IPL-13 में अब तक जडेजा का जलवा देखने को नहीं मिला

- आईपीएल-13 में अब तक जडेजा का जलवा देखने को नहीं मिला
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के भरोसेमंद आलराउंडर रवींद्र जडेजा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें संस्करण में अब तक अपने रंग में नहीं लौट पाए हैं। कुछ आक्रामक पारियों को छोड़कर बाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए कुछ भी सही नहीं हो रहा है, जो संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में विकेटों की गति के साथ खुद को मुश्किल स्थिति में पा रहे हैं।
जडेजा इस सीजन में गेंद से अपनी छाप नहीं छोड़ पा रहे हैं और इसी वजह से कप्तान धोनी ने बुधवार को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ खेले गए मैच में जडेजा से एक भी ओवर की गेंदबाजी नहीं करवाया। जडेजा ने इस सीजन में अब तक 9.55 की औसत से रन दिए हैं। उन्होंने छह मैचों की पांच पारियों में अब तक 18 ओवर फेंके हैं और केवल तीन विकेट चटकाए हैं। किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ उन्होंने 7.5 की औसत से रन दिए थे और निकोलस पूरन का विकेट लिया था।
पंजाब के खिलाफ शानदार गेंदबाजी करने के बावजूद कोलकाता के खिलाफ गेंदबाजी से उन्हें दूर रखना, धोनी का यह फैसला हैरान करने वाला था। चेन्नई सुपर किंग्स के कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने ऐसे संकेत दिए हैं कि टीम पिचों के सूखने का इंतजार कर रही है ताकि वे जडेजा सहित अधिक स्पिनरों का उपयोग कर सकें। फ्लेमिंग ने कोलकाता के खिलाफ मैच के बाद कहा, अगर वह (कर्ण शर्मा) इससे कुछ आत्मविश्वास प्राप्त कर सकते है क्योंकि पिचें सूखती हैं, तो हम उनका इस्तेमाल पीयूष (चावला) और जडेजा (रवींद्र जडेजा) के साथ कर सकते हैं। हम अधिक स्पिनरों का इस्तेमाल करने में सक्षम हो सकते हैं,जैसा कि हम भारत में करते हैं।
जडेजा की समस्या विविधताओं का उपयोग करने का आत्मविश्वास है। ऐसा माना जाता है कि वह अक्सर अच्छी पिचों पर संघर्ष करते हैं। भारत के पूर्व लेग स्पिनर नरेंद्र हिरवानी, जोकि राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में स्पिनरों को ट्रेन करते हैं वह आईपीएल में जडेजा सहित अन्य स्पिनरों को करीबी से देख रहे हैं।
हिरवानी ने कहा, कारण यह है कि हर कोई जडेजा की लाइन, लेंथ और गति को जानता है। अगर विकेट से मदद नहीं मिल रही है तो बल्लेबाज अच्छी तरह से तैयार हो जाता है और वह आसानी से खेलने लगता है। उन्होंने कहा, ऐसी विकेटों पर जडेजा को बल्लेबाजों के अंदर शक पैदा करने की जरूरत होती है क्योंकि बल्लेबाजों के मन में संदेह पैदा होने से आप आधी लड़ाई जीत जाते हैं। जब आप संदेह पैदा करते हैं तो बल्लेबाजों की ओर देरी से प्रतिक्रिया आती है और फिर वहां वह गलती कर सकता है। जडेजा को समझदारी से और तेज गति से गेंदबाजी करने की जरूरत है।
Created On :   8 Oct 2020 9:01 PM IST