राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों में बैडमिंटन को छह अवार्ड
नई दिल्ली, 23 अगस्त (आईएएनएस)। राष्ट्रीय खेल पुरस्कार-2020 भारतीय बैडमिंटन के लिए बड़ी उपलब्धि साबित हुए हैं, क्योंकि इन पुरस्कारों में छह अवार्ड बैडमिंटन के हिस्से आए हैं, जिसमें इस खेल को पहली बार मिला ध्यानचंद लाइफटाइम अचिवमेंट अवार्ड शामिल है।
प्रतिष्ठित ध्यानचंद अवार्ड पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी प्रदीप गांधे, त्रिपती मुरगुंडे और सत्यप्रकाश तिवारी (पैरा खिलाड़ी) को खेल में उनके योगदान के लिए मिला है।
गांधे ने 1982 एशियाई खेलों में युगल वर्ग में कांस्य पदक जीता। वह प्रकाश पादुकोण और सैयद मोदी के साथी रहे हैं जबकि दो बार के दक्षिण एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता मुरगुंडे अपनी तकनीकी दक्षता के लिए जानी जाती थीं।
पैराबैडमिंटन टूर्नामेंट्स में नौ अंतर्राष्ट्रीय पदक जीतने वाले तिवारी के अलावा पैरा बैडमिंटन टीम के मुख्य कोच गौरव खन्ना को भी द्रोणाचार्य अवार्ड से सम्मानित किया गया है। खन्ना के रहते भारतीय टीम ने कई शानदार जीतें हासिल की हैं जिसमें विश्व चैम्पियनशिप में जीता स्वर्ण पदक शामिल है।
भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) के सचिव अजय सिंघानिया ने कहा, पहली बार ध्यानचंद अवार्ड जीतना भारतीय बैडमिंटन के लिए विशेष पल है। इस तरह के सम्मान हमें कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करते हैं। बीएआई और उसके अध्यक्ष हिमांत बिस्वा शर्मा की तरफ से मैं ध्यानचंद अवार्ड के लिए चुने जाने वाले तीनों खिलाड़ियों और बाकी पुरस्कार विजेताओं को जिसमें खन्ना भी शामिल हैं, को बधाई देता हूं।
भारत की नंबर-1 पुरुष युगल जोड़ी चिराग शेट्टी और सात्विक रैंकीरेड्डी को भी 2019 में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए अर्जुन अवार्ड मिला है।
सिंघानिया ने कहा, युवा हमेशा उज्जवल भविष्य की उम्मीद दिखाते हैं। यह देखना अच्छा है कि चिराग और सात्विक लगातार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। वह इस तरह के सम्मान के हकदार हैं। मुझे भरोसा है कि भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी देश को गौरवांवित करते रहेंगे।
एकेयू/आरएचए
Created On :   23 Aug 2020 9:00 PM IST