अंतिम गेंद पर छक्का जड़ भारत को जीत दिलाने वाले कार्तिक ने कहा, ये जिंदगी का यादगार पल

डिजिटल डेस्क/कोलंबो। निदाहास ट्रॉफी फाइनल के हीरो बने दिनेश कार्तिक की चर्चा हर तरफ है। कार्तिक ने रविवार को बांग्लादेश के खिलाफ मैच की आखिरी गेंद पर छक्का जड़कर टीम इंडिया को जीत दिलाई। उन्होंने मात्र 8 गेंदों पर 29 रन बना डाले, कार्तिक ने इसे पल को पूरी जिंदगी में यादगार लम्हा करार दिया है।
कार्तिक के इस छक्के के साथ ही ऋषिकेश कानितकर और जोगिंदर शर्मा की याद भी एक बार फिर ताजा हो गई। बता दने कि कानितकर ने पाकिस्तान के खिलाफ1998 में ढाका में इंडिपेंडेंस कप के फाइनल में चौका लगाकर भारत को जीत दिलाई थी, तो वहीं जोगिंदर शर्मा ने जोहानिसबर्ग में 2007 में T20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पाकिस्तान के कप्तान मिस्बाह-उल-हक का विकेट लेकर भारत को वर्ल्ड टी20 चैंपियन बनाया था। इस छक्के से कार्तिक ने जावेद मियांदाद की याद भी ताजा कर दी। मियांदाद ने शारजाह में भारत के खिलाफ आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर पाकिस्तान को जीत दिलाई थी।
दिनेश कार्तिक को हमेशा एक बात का मलाल रह गया कि उनके क्रिकेट करियर के 13 साल में उन्हें वो मुकाम नहीं मिला जिसका की वो हक़दार थे। निदाहास ट्रोफी में भारतीय टीम को जीत दिलाने के बाद उन्होंने बीसीसीआई डॉट टीवी से कहा, "यह कमाल का अहसास है। यह अनुभूति ऐसी है जो पूरे जीवन आपके साथ रहेगी।"
उन्होंने कहा, "मेरे लिए पिछले एक साल का सफर शानदार रहा है और मैं इसका हिस्सा होकर काफी खुश हूं। हमने काफी मेहनत की थी और अंत में टूर्नमेंट जीतना हमारे लिए अच्छा है। मैं सहयोगी स्टाफ की मेहनत के लिए उनका शुक्रिया अदा करना चाहूंगा।"
कार्तिक, "उस समय मैं हर गेंद को सीमा रेखा के पार भेजना चाहता था। कैसी गेंद आने वाली है यह भांप कर मैं खुद को क्रीज में शॉट मारने की स्थिति में ले आता था।" कार्तिक फाइनल के लिए मैदान में बड़ी संख्या में पहुंचे दर्शकों से भारत को मिले समर्थन पर हैरान थे। उन्होंने कहा, "भारत और बांग्लादेश के लीग मैचों में ज्यादा दर्शक नहीं आए थे इसलिए हमें उम्मीद नहीं थी कि फाइनल इतने दर्शक आएंगे। मैं दर्शकों के समर्थन से काफी खुश था और इसने मेरी बल्लेबाजी में मदद की।"
Created On :   19 March 2018 9:58 PM IST