MP News: दूषित भोजन-पानी से सीहोर के वीआईटी कॉलेज के 62 छात्र-छात्राओं को पीलिया, शिकायत की तो प्रबंधन ने की पिटाई, रात 12 बजे छात्रों का बवाल, आगजनी, वाहन फूंके

दूषित भोजन-पानी से सीहोर के वीआईटी कॉलेज के 62 छात्र-छात्राओं को पीलिया, शिकायत की तो प्रबंधन ने की पिटाई, रात 12 बजे छात्रों का बवाल, आगजनी, वाहन फूंके
प्रबंधन ने रात 1.46 बजे घोषित की छुट्टी, पुलिस ने दर्ज किया दोनों पक्षों के खिलाफ केस

डिजिटल डेस्क, भोपाल। सीहोर के आष्टा के कोठरी स्थित वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (वीआईटी) में मंगलवार आधी रात को हो गया। छात्रों ने आगजनी, तोड़फोड़ की। हालात बेकाबू देखकर प्रबंधन मंगलवार रात 1.46 बजे इंस्टीट्यूट में छुट्टी घोषित कर दी। छात्रों ने वीआईटी प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए। भोजन-पानी दूषित होने से कई छात्र बीमार पड़ गए। इसके चलते छात्र आक्रोशित हो उठे। दैनिक भास्कर के पास छात्रों के सोशल मीडिया ग्रुप की चेटिंग है, जिसमें नेहा नामक छात्रा की मौत का जिक्र है, लेकिन प्रबंधन और प्रशासन ने इसकी पुष्टी नहीं की। अनुविभागीय अधिकारी, आष्टा, नितिन कुमार टाले ने बताया कि नेहा की तबीयत खराब थी, जिसे घर भेज दिया था। जबकि छात्रों ने पीलिया के कारण नेहा की मौत का जिक्र किया है। कॉलेज प्रबंधन ने एक सूची जारी की है, जिसमें 62 छात्र-छात्रों को पीलिया कबूला है। इनमें 13 छात्राएं और 49 छात्र शामिल है। छात्रों का आरोप है कि कैंपस में दूषित भोजन-जल के कारण ही सैकड़ों छात्र बीमार पड़ें हैं, जिन्हें आष्टा के सिद्धार्थ हॉस्पिटल, चिरायु और अन्य हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। छात्रों की तबीयत गंभीर होने पर उन्हें अवकाश पर भेज दिया। वीआईटी प्रबंधन ने 14 नवंबर को 3 छात्रों, 16 नवंबर को 2, 18 नवंबर को 1, 19 नवंबर को 2, 21 नवंबर को 17 और 22 नवंबर को 24 छात्रों को पीलिया होना बताया। जबकि 13 छात्राओं के बीमार होने की तारीख नहीं बताई। बताया जा रहा है कि बीमार होने वाले छात्रों की संख्या अिधक है, जिसे प्रबंधन ने छिपाया है। वीआईटी प्रबंधन की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञातों के खिलाफ बलवा, आगजनी और तोड़फोड़ का केस दर्ज किया, जबकि छात्रों की की शिकायत पर होस्टल वॉर्डन प्रशांत कुमार पांडे के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज किया है।

कैंपस में पीलिया की शिकायत करने वाले छात्रों को वीआईटी प्रबंधन व हॉस्टल गार्ड और वार्डन ने रात में मारा और उन्हें चुप करवाने का प्रयास किया, ताकि बात दबी रहे। इसका वीडियो वायरल होने पर छात्रों में आक्रोशित हो उठे। छात्रों के सोशल मीडिया ग्रुप पर मंगलवार रात 12 बजे एकत्र होने के लिए फाइनल रिमाइंडर छात्रों को दिया। इसके बाद लगभग 4 हजार छात्र वीआईटी कैंपस में एकत्र हो गए। हालात बेकाबू हो गये। छात्रों ने तोड़फोड़ की और वाहनों में आग लगा दी। इसी बीच, वीआईटी के डॉ अनंत कांत शुक्ला, डायरेक्टर, स्टूडेंट वेल्फेयर ने रात पौने दो बजे छात्रों को ई-मेल के जरिए 30 नवंबर तक अवकाश का नोटिस भेजा। बुधवार दिन में अवकाश 8 दिसंबर तक बढ़ा दिया।

5 थानों का बल पहुंचा मौके पर

छात्रों का विरोध बुधवार को भी जारी रहा। छात्रों ने कैंपस में दोबारा आग लगा दी। आगजनी की सूचना पर फायर ब्रिगेड पहुंची। मौके पर 5 थानों का पुलिस बल, एबीवीपी के कार्यकर्ता, कांग्रेस भी मौके पर पहुंचे। गुस्साए छात्रों ने बस, कार और बाइक में आग लगा दी थी। विभिन्न वाहनों में भी तोड़फोड़ की। मौके पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, एसडीओपी आष्टा और आष्टा, जावर, पार्वती, कोतवाली व मंडी थाना पुलिस बल पहुंचा। वीआईटी प्रबंधन ने समय रहते जिला प्रशासन और पुलिस को भी सूचना नहीं दी, न ही बीमार छात्रों के बारे में सूचना दी।

आयोग ने लिया संज्ञान

बुधवार को मप्र निजी विवि विनियामक आयोग ने संज्ञान लेकर तीन सदस्यों का जांच दल बनाया। अायोग ने हमीदिया कॉलेज भोपाल के प्रोफेसर अिनल शिवानी, एमवीएम कॉलेज, भोपाल के प्रो संजय दीक्षित और जीएमसी के प्राध्यापक डॉ लोकेंद्र दवे की समिति बनाकर जांच के आदेश दिए। जांच दल 3 दिन में रिपोर्ट पेश करेंगे।

प्रभारी मंत्री ने स्वास्थ्य परीक्षण दिए निर्देश

सीहोर की प्रभारी मंत्री कृष्णा गौर ने सीहोर कलेक्टर बालागुरू के., एसपी दीपक कुमार शुक्ला व कॉलेज प्रबंधन से घटना की जानकारी मांगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि शांति एवं कानून-व्यवस्था बनाएं रखे। छात्रों का स्वास्थ्य परीक्षण कराएं। उन्होंने अवकाश घोषित करने को भी कहा, ताकि छात्र आराम कर सकें और स्थिति सामान्य होने के साथ ही वापस लौट सके। उन्होंनेे मेस एवं भोजन व्यवस्था, जल का परीक्षण करने के निर्देश भी दिए। वहीं, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष, सीहोर राजीव गुजराती ने कहा कि छात्रों का दावा है कि पीलिया से अब तक 4 छात्रों की मौत हो चुकी है। सैकड़ों छात्र बीमार है। उन्होंने मांग की है कि प्रबंधन को अपना रूख स्पष्ट करना चाहिये। बच्चियों के साथ कोई घटना घटित होती है तो इसकी जवाबदारी कालेज प्रबंधन की होगी। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा कि घटना चिंताजनक है। बच्चों को स्वच्छ पानी और शुद्ध भोजन उपलब्ध न होना निंदनीय है। सरकार को निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करना चाहिए।

Created On :   27 Nov 2025 4:20 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story