अमरावती मनपा: 278 दुकानों के सर्वे का काम अधर में

Amravati Municipal Corporation: Survey work of 278 shops in balance
अमरावती मनपा: 278 दुकानों के सर्वे का काम अधर में
बढ़ रही बेरोजगारी अमरावती मनपा: 278 दुकानों के सर्वे का काम अधर में

डिजिटल डेस्क, अमरावती।  समाज कल्याण विभाग द्वारा शहर के चर्मकार समाज के बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लोहे के 417 टीन शेड दुकान स्थापित करने के लिए दिए गए थे किंतु इनमें से मनपा की ओर से केवल 139 को ही दुकान लगाने सड़क के किनारे अधिकृत जगह दी गई है। लेकिन शहर के वििवध इलाकों में अनाधिकृत तौर पर लगाए गए 278 दुकान किसके आदेश पर लगाए गए। इस अतिक्रमित दुकान के लिए जिम्मेदार कौन? इस तरह का प्रश्न विधायक प्रवीण पोटे द्वारा मनपा में ली गई समीक्षा बैठक में उपस्थित किया गया। इन अतिक्रमित दुकानों का पता लगाने मनपा की ओर से समाज कल्याण विभाग को दो माह पहले एक पत्र लिखा था। लेकिन इस पत्र की ओर समाज कल्याण विभाग द्वारा अनदेखी किए जाने के कारण तीन दिन पहले मनपा ने अब समाज कल्याण विभाग को अतिक्रमित खोके का पता लगाने सर्वेक्षण करने हेतु स्मरणपत्र दिया है। 

जानकारी के अनुसार अमरावती के पूर्व सांसद आनंदराव अडसूल के कार्यकाल में अमरावती मनपा परिसर में चर्मकार समाज के बेरोजगारों को व्यवसाय स्थापित करने नीले रंग के टीन के शेड दिए गए थे। मनपा क्षेत्र में मनपा की ओर से अब तक मात्र 139 दुकाने लगाने को अधिकृत अनुमति बहाल की थी। किंतु तहसील के सामने स्थित खाऊ गली में 8 और शहर के विभिन्न इलाकों में अनेक जगहों पर यह नीले रंग के दुकाने दिखाई देते हैं। मनपा क्षेत्र में ऐसे लगाए गए खोके की संख्या 417 है। जब मनपा ने केवल 139 खोके लगाने को अनुमति दी। इसका अर्थ शेष 278 खोके अतिक्रमित जगह पर लगाए गए हैं। विशेष यह कि यह खोके केवल बूटपॉलिश, जूते चप्पल दुरुस्ती व जूते चप्पल बिक्री की दुकान लगाने के लिए दिए हैं किंतु अधिकांश में अलग-अलग दुकानें भी लगाई गई है। जैसे कुछ टीन शेड का उपयोग चाय कैंटीन का व्यवसाय करने तथा कुछ का उपयोग चष्मा बिक्री के लिए भी गैरकानूनी तरीके से किया गया। इस कारण मनपा ने समाज कल्याण विभाग को पत्र लिखकर कितने लाभार्थियों को दुकाने वितरित किए?, जिन लाभार्थियों को दुकानें दिए क्या उन्होंने किसी और को खोके बेच दिए? इसमें सही लाभार्थी कितने और बोगस लाभार्थी कितने इसका सर्वेक्षण कर सूची सौंपने के आदेश दिए थे। लेकिन समाज कल्याण विभाग ने इस ओर अनदेखी की। जिससे दो दिन पहले मनपा की ओर से समाज कल्याण अधिकारी को स्मरणपत्र िलखकर फिर से सर्वेक्षण कर रिपोर्ट जल्द से जल्द सौंपने के आदेश दिए हैं। 
 

Created On :   4 July 2022 11:52 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story