Corona Effect: केंद्र सरकार का बड़ा फैसला, देश में मौजूदा हालात में फरवरी तक नहीं होंगी CBSE बोर्ड की परीक्षाएं

Corona Effect: केंद्र सरकार का बड़ा फैसला, देश में मौजूदा हालात में फरवरी तक नहीं होंगी CBSE बोर्ड की परीक्षाएं

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण को देखते हुए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए जनवरी-फरवरी में CBSE बोर्ड की परीक्षाएं न कराने का फैसला लिया है। मंगलवार को देशभर के शिक्षकों के साथ सीधा संवाद करते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने यह घोषणा की। निशंक ने कहा कि जनवरी और फरवरी में कोई बोर्ड परीक्षा नहीं कराई जाएंगी। परीक्षा कराने को लेकर फैसला बाद में लिया जाएगा।

निशंक ने शिक्षा संवाद के 22वें संस्करण के दौरान शिक्षकों के साथ लाइव इंटरैक्शन में ऑनलाइन शिक्षा, बोर्ड परीक्षा, प्रवेश परीक्षा, मूल्यांकन के स्वरुप, शिक्षकों की ट्रेनिंग और शिक्षा संबंधी अन्य मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। शिक्षा संवाद में देश भर के हजारों शिक्षकों ने हिस्सा लिया और शिक्षा संबंधी विभिन्न मुद्दों पर कई सवाल किए, जिसके जवाब देकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने सभी की आशंकाओं एवं चिंताओं को दूर किया।

छात्रों को तैयारी के लिए पूरा समय मिलेगा: मंत्री
अभिभावकों ने बोर्ड की परीक्षाएं मई महीने के दौरान कराने की मांग की है। इसी महीने, निशंक ने कहा था कि छात्रों को परीक्षा के नए पैटर्न के आधार पर तैयारी करने के लिए पर्याप्त समय दिया जाएगा। परीक्षा मार्च महीने में आयोजित कराने की कोई अनिवार्यता नहीं है। कोरोना की स्थिति को ध्यान में रखकर ही परीक्षा की तिथियां तय की जाएंगी। प्रैक्टिकल भी किसी भी एंट्रेस एग्जाम की तारीख पर नहीं होंगे। निशंक ने कहा था कि साल 2021 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए CBSE ने 30 फीसदी सिलेबस को कम किया है। मार्कशीट से फेल शब्द को हटा दिया गया है, अब कोई फेल नहीं होगा।

सभी को संबोधित करते हुए माननीय मंत्री जी ने कहा कि मैं हमेशा से ही शिक्षकों के साथ बातचीत करने, उनकी आशाओं और आकांक्षाओं को समझने और उसके अनुसार काम करने के लिए उत्सुक रहा हूं। जब मैं शिक्षकों की बात करता हूं, तो मैं एक शिक्षक के रूप में अपने प्रारंभिक वर्षों की याद ताजा करता हूं। मुझे याद है कि मैं और मेरे सहयोगी अपने छात्रों को सर्वश्रेष्ठ ज्ञान देने के लिए सदैव तत्पर रहते थे। उन्हें अपने जीवन में प्रगति करते देखना अभी भी एक बहुत ही खूबसूरत एहसास है। शिक्षकों में पाया जाने वाला पैशन और कंपैशन अप्राप्य है और यही कारण है कि एक शिक्षक अपनी भूमिका से कभी सेवानिवृत्त नहीं हो सकता।

शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल की बड़ी बातें

  • नई शिक्षा नीति में छठी से ही वोकेशनल स्ट्रीम लाया गया है। इसके तहत पढ़ाई के साथ इंटर्नशिप होगी।
  • अब पढ़ाई सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं होगा। इसका मकसद बच्चों को उद्योगों और कृषि में प्रशिक्षण देना है।
  • हमारे देश के लोगों ने दुनिया भर में जिन बुलंदियों को छुआ, उसके पीछे कहीं न कहीं शिक्षकों का भी हाथ रहा।
  • कोरोना के मुश्किल समय में शिक्षकों द्वारा बच्चों को पढ़ाने में निभाई गई भूमिका के लिए शिक्षा मंत्री ने टीचर्स का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मैंने शिक्षक से शिक्षा मंत्री तक की यात्रा तय की है, इसलिए एक शिक्षक की सामर्थ्य समझ सकता हूं।

ऑफलाइन ही होगी बोर्ड परीक्षा
CBSE की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, बोर्ड परीक्षाएं ऑनलाइन नहीं होंगी। साल 2021 में होने वाली परीक्षा पहले की तरह ही देनी होगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल इसके पहले 10 दिसंबर को भी एक वेबिनार आयोजित कर चुके हैं।

Created On :   22 Dec 2020 12:49 PM GMT

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