ग्राम सिलोदा की गौशाला में पशुओं की मत्‍यु भूख एवं पानी की कमी से नहीं हुई गलत खबर का खण्डन!

In the Gaushala of village Siloda, the death of animals was not due to hunger and lack of water, refutation of wrong news!
ग्राम सिलोदा की गौशाला में पशुओं की मत्‍यु भूख एवं पानी की कमी से नहीं हुई गलत खबर का खण्डन!
गलत खबर का खण्डन! ग्राम सिलोदा की गौशाला में पशुओं की मत्‍यु भूख एवं पानी की कमी से नहीं हुई गलत खबर का खण्डन!

डिजिटल डेस्क | शाजापुर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती मिशा सिंह ने 30 अगस्त को एक समाचार पत्र में प्रकाशित समाचार का खण्डन करते हुए बताया कि ग्राम पंचायत सिलोदा में संचालित हरिहर गौशाला में गौवंश की मत्‍यु बीमारी के चलते हुई है ना कि भूख एवं पानी की कमी के कारण ‍हुई। गौशाला द्वारा मृत हुए पशुओं का निरंतर उपचार किया जा रहा था। श्रीमती सिंह ने बताया कि प्रकाशित समाचार की जांच मुख्‍य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत शुजालपुर के माध्‍यम से प्राप्‍त जांच प्रतिवेदन अनुसार जनपद पंचायत शुजालपुर पंचायत समन्‍वयक अधिकारी श्री रमेश चन्‍द्र मालवीय एवं पशु चिकित्‍सा विभाग पशु चिकित्‍सक शुजालपुर डॉ. प्रशांत महाडिक द्वारा की जाकर प्रतिवेदन प्राप्‍त किया गया।

जिसके अनुसार गौशाला में यह स्थिति पाई कि ग्राम पंचायत सिलोदा की हरिहर गौशाला का संचालन श्री हरिहर स्‍व. सहायकता महिला समूह द्वारा किया जा रहा है। गौशाला में जो गायों को खिलाने हेतु ठेल (संरचना) बनाई गई है, उसमें पर्याप्‍त मात्रा में भूसा भरा हुआ है एवं जिसे जॉच दौरान गौवंश खा रही थी। गौशाला में दो पानी की ठेल (संरचना) बनी है, जिसमें पर्याप्‍त मात्रा में पानी साफ भरा हुआ है। गौशाला में नलकूप का खनन किया गया है, उसके माध्‍यम से गौवंश के लिए पानी उपलब्‍ध कराया जाता है। गौशाला के अंदर भूसा घर बना हुआ है, उसमें लगभग 04 ट्राली भूसा भरा हुआ है। गौशाला के अंदर 25 गौवंश पाई गई जिनके कान में पहचान के रूप में टेग लगे पाये गये।

गौ शेड के अंदर साफ सफाई पाई गई है। गौशाला में दवाई, उपचार हेतु सभी साधन उपलब्‍ध है। ग्राम के ही गौसेवक श्री जितेन्‍द्र सिंह राजपूत पशुओं का उपचार करते है। 29 जुलाई 2021 को एक गौवंश (केडा) जो कि 04 वर्ष की आयु का था, जिसके कान में टेग क्रमांक 330050652637 था, जिसको सर्दी (निमोनिया) हो गया था, जिसका ईलाज गौसेवक द्वारा किया गया। उपचार के दौरान उक्‍त गौवंश (केड़ा) 30 जुलाई को रात्रि में मर गया तथा 1 गाय 30 जुलाई 2021 को पेट फुलने से बीमार हो गई थी, जिसका टेग क्रमांक 100122945254 था। इसका भी उपचार गौसेवक श्री जितेन्‍द्र राजपूत द्वारा 03 दिवस तक किया गया, जिसकी मत्‍यु 01 अगस्‍त 2021 को शाम को हो गई थी। उक्‍त दोनों पशुओं सर्दी एवं पेट फुलने की बीमारी से उपचार पश्‍चात मत्‍यु हुई है। पशुओं की मत्‍यु भूख एवं पानी की कमी के कारण नही हुई है।

स्‍व. सहायता महिला समूह की सचिव श्रीमती मूलकुवर बाई द्वारा बताया गया कि ग्राम सिलोदा की हरिहर गौशाला का संचालन हमारे द्वारा 15 अक्‍टूबर 2020 से किया जा रहा है, जिसके संचालन हेतु समूह को अभी तक 30 हजार रूपये प्राप्‍त हुआ है। ग्राम पंचायत सचिव द्वारा बताया गया कि गौशाला के संचालन के लिए 14 जुलाई 2021 को रूपये 47 हजार 145 रूपये ग्राम पंचायत के खाते में प्राप्‍त हुए है, जो खाते में जमा है। जांच प्रतिवेदन से स्‍पष्‍ट होता है कि ग्राम पंचायत सिलोदा में संचालित हरिहर गौशाला में गौवंश की मत्‍यु बीमारी के दौरान उपचार के चलते हुई है ना कि भूख एवं पानी की कमी के कारण ‍हुई। उल्लेखनीय है कि दैनिक नईदुनिया समाचार पत्र में 30 अगस्‍त 2021 को प्रकाशित समाचार– अव्‍यवस्‍था के चलते गौशाला में भूख से मर रही गायें, वीडियों वायरल में ग्राम पंचायतों में निर्मित गौशालाओं में उचित देखभाल, अव्‍यवस्‍था भूख के कारण गायों के मरने का उल्‍लेख किया गया है। विशेषकर उक्‍त स्थिति ग्राम पंचायत सिलोदा में निर्मित गौशाला में होने का उल्‍लेख किया गया है, गलत है। जिसका खण्डन जिला पंचायत द्वारा किया गया है।

Created On :   10 Aug 2021 4:32 PM IST

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