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अमरावती में भारी वर्षा से जलाशय लबालब, अनेक गांवों का टूटा संपर्क

डिजिटल डेस्क, अमरावती । पिछले 30 घंटे से अमरावती जिले में हुई मूसलाधार बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जिले में 41 घरों को बारिश से मामूली क्षति पहुंची। वहीं जिले में 19 परिवार के 92 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया। दर्यापुर तहसील में वाघाडी नाले को आई बाढ़ से कुकसा गांव का संपर्क टूटा। वहीं मोर्शी तहसील में दमयंती व नाला नदी को आई बाढ़ से पेटपुरा व मच्छीसाथ के पुल पानी में थे। टाकरखेडा संभू में जलजमाव से खेत में पानी भर गया। वहीं धामणगांव रेलवे तहसील में निम्न वर्धा के बगाजी सागर जलाशय का पानी छोड़ने से 21 नाले व पांच नदियां उफान पर बहीं, जिससे 12 गांवों का संपर्क टूट गया था। धारणी तहसील में दियागांव के पास सिपना नदी को आई बाढ़ के कारण 15 गांवों का तहसील से संपर्क टूट गया था।
जानकारी के अनुसार अमरावती जिले में रविवार रात 8 बजे से मूसलाधार बारिश शुरू हुई। इस बारिश के कारण मोर्शी तहसील में 37, भातकुली तहसील में 4 और अचलपुर तहसील में 2 इस तरह कुल 41 घरों को क्षति पहुंची। वहीं मोर्शी तहसील में 16 परिवारों के 52 लोगों को, चांदुर बाजार तहसील में तीन परिवार के 10 लोगों को और अमरावती के वृद्धाश्रम में रहनेवाले 30 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया। चारगढ़ प्रकल्प ओवरफ्लो होकर बहने से पोरगव्हाण गांव के 10 परिवार तथा ग्राम लाडकी में रहनेवाले 5 परिवारों को गांवों के जिला परिषद शाला में स्थानांतरित करना पड़ा।
धामणगांव तहसील के 12 गांवो संपर्क से बाहर : धामणगांव रेलवे। पिछले 48 घंटे से लगातार शुरू बारिश के कारण धामणगांव रेलवे तहसील पूरी तरह से जलमय हुई है। 21 नाले और पांच नदियां उफान पर बहने के कारण 12 गांवों का संपर्क सोमवार को सुबह टूट गया था। धामणगांव तहसील को पांचवीं बार अतिवृ़ष्टि का झटका लगा है। चार दशक में सर्वाधिक बारिश इसी महीने में हुई है। रविवार को शाम 4 बजे से शुरू हुई बारिश के कारण नदी किनारे के गांव सर्वाधिक प्रभावित हुए। इसी बीच बगाजी सागर प्रकल्प के सभी 31 दरवाजे खोलने से वर्धा नदी में बाढ़ आने से नदी किनारे के 21 गांवों को अलर्ट किया गया था। जिससे नागपुर-औरंगाबाद महामार्ग पर रहनेवाले रायपुर, कासारखेड से भातकुली रेणुकापुर तक 3 किमी दूर तक वाहनों की लंबी कतारें लगी थीं। मंगरुल, दिघी महल्ले, झाडा-सोनार काकडे, बोरगांव निस्ताने, वरुड बगाजी सोनेगांव, साेनेगांव वकनाथ, निंभोरा बोडखा, भिल्ली, निंभोरा, राजभिल्ली स्थित पुलिया बह जाने से पुरानी व नई बस्ती समेत 12 गांवों का संपर्क टूटा है। वर्धा, मोती कोलसा विदर्भ, चंद्रभागा, खोलाड आदि नदियां उफान पर बह रही थीं। जिससे 21 नाले का पानी नदी में जाने के लिए जगह नहीं रहने के कारण यह पानी 38 हजार हेक्टेयर मेंं जमा हो गया। विधायक प्रताप अडसड मुंबई में राष्ट्रपति चुनाव में व्यस्त रहने के बावजूद उन्होंने धामणगांव, चांदुर रेलवे, नांदगांव खंडेश्वर तहसील की बाढ़ स्थिति की समीक्षा की।
लगातार बारिश से मकान ढहा : अंजनसिंगी। क्षेत्र में रविवार दोपहर से शुरू लगातार बारिश के कारण सोमवार तड़के 5 बजे के दौरान अंजनसिंगी निवासी रमेश महादेव ढोंगे के घर की दीवार ढह गई। गहरी नींद में सोए रमेश ढोंगे की पत्नी आशाबाई पर दीवार गिर जाने से वह जख्मी हुई। उन्हें अंजनसिंगी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।
सिपना ओवरफ्लो, 15 गांवों का संपर्क टूटा : धारणी। धारणी तहसील में स्थित दियागांव के पास से बहनेवाली सिपना नदी में सोमवार को सुबह बाढ़ आने के कारण धारणी तहसील के 15 गांवों का तहसील मुख्यालय से संपर्क टूट गया। पिछले सप्ताह भी सिपना नदी में बाढ़ आने से मेलघाट के अनेक गांव को नुकसान पहुंचा था।
टाकरखेडा संभू में खेतों काे भारी नुकसान : भातकुली तहसील के टाकरखेडा संभू परिसर में रविवार से मूसलाधार बारिश शुरू है। साेमवार को शाम तक यह लगातार बारिश शुरू रहने से अधिकांश खेताें में पानी जमा हो जाने के कारण खेत की फसलों का भारी नुकसान हुआ। इस अतिवृष्टि के कारण बुआई हुए साेयाबीन, तुअर व कपास का भारी नुकसान होगा।
Created On :   19 July 2022 9:58 AM IST