निवासी चिकित्सक 1 अक्टूबर से हड़ताल पर

Resident doctors on strike from October 1
निवासी चिकित्सक 1 अक्टूबर से हड़ताल पर
मेयो-मेडिकल के डॉक्टर भी शामिल निवासी चिकित्सक 1 अक्टूबर से हड़ताल पर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोनाकाल में लोगों को जीवनदान देने वाले राज्यभर के निवासी चिकित्सक 1 अक्टूबर से हड़ताल पर जा रहे हैं। इसमें मेयो-मेडिकल के डॉक्टर भी शामिल हैं। इस संबंध में चिकित्सा शिक्षण मंत्री अमित देशमुख को पत्र भेज दिया गया है। चिकित्सकों ने पत्र में अपनी विभिन्न मांगों का उल्लेख किया है।

मेयो मार्ड ने भी जारी किया पत्र
 हड़ताल के दौरान राज्य भर के निवासी चिकित्सक शामिल होंगे। नागपुर के मेयो-मेडिकल के चिकित्सक भी हड़ताल पर रहेंगे, लेकिन मेयो मार्ड ने निर्णय लिया है कि हड़ताल के दौरान वह आपातकाल सेवाएं बंद नहीं करेंगे। इसको लेकर मेयो मार्ड ने अलग से पत्र जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि इंटेंसिव और क्रिटिकल केयर के साथ कोविड और नॉन कोविड मरीजों की सेवाएं शुरू रहेंगी। कैजुअल्टी और इमरजेंसी सेवाएं भी दी जाएंगी।

यह हैं मांगें
काेरोनाकाल में निवासी चिकित्सकों ने लगातार बिना िकसी आराम के मरीजों का इलाज किया। दूसरी लहर में चिकित्सकों ने अपने परिवार को भी अनदेखा किया। 3 साल के एमडी कोर्स में 20 माह कोरोना में बिता दिए। कई चिकित्सक संक्रमित हाेकर गंभीर स्थिति में भी पहुंचे। कोविड के बाद भी नॉन कोविड मरीजों की देखभाल में लगे हुए हैं। इस दौरान चिकित्सकों की पढ़ाई के हुए नुकसान को लेकर फीस माफ करने की मांग की गई थी, जिसको लेकर प्रशासन ने आश्वासन दिया था। इसके बाद कोई प्रक्रिया नहीं की गई। अपनी मांगों को लेकर मार्ड ने फिर से 25 सितंबर को पत्र भेज कर मांग पूरा नहीं होने पर हड़ताल की चेतवानी दी थी। इस पर भी प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया, जिससे राज्य भर के निवासी चिकित्सक सामूहिक अवकाश पर जाएंगे। इस दौरान केवल इमरजेंसी, आईसीयू और कैजुअल्टी सेवांए शुरू रहेंगी। ओपीडी और वार्ड में सेवाएं नहीं दी जाएंगी। सेंट्रल मार्ड ने फीस माफी के साथ अन्य मांगें भी की हैं, जिसमें रिस्क अलाउंस देने और होस्टल का रिनोवेशन और कंस्ट्रक्शन की भी मांग है। 

जल्द मांगें पूरी हों
कोरोनाकाल में सभी चिकित्सक पढ़ाई नहीं कर पाए। इस समय का शैक्षणिक शुल्क लेना गलत है। प्रशासन ने इसको लेकर पहले भी मांग की गई थी। अब यह अंतिम विकल्प शेष रहा है। जल्द यह मांग पूरी होनी चाहिए, जिससे मरीजों का नुकसान न हो।    -डॉ. सजल बंसल, अध्यक्ष, मार्ड, मेडिकल 

इमरजेंसी सेवाएं रहेंगी शुरू
हड़ताल के दौरान कोविड और नॉन कोविड की  इमरजेंसी, कैजुल्टी, इंटेसिव और क्रिटिकल केयर सेवाएं जारी रहेंगी, ताकि मरीजों का नुकसान न हो।
-डॉ. नितीन जगताप, अध्यक्ष, मार्ड, मेयो

Created On :   30 Sep 2021 10:09 AM GMT

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