इसकी इन्हीं खूबियों के चलते इसे 'कोकोनट क्रैब' भी कहा जाता है। जानकारों के मुताबिक इस केकड़े में नुकीला कांटा काफी मजबूत होता है। यह नारियल के बाहरी कवच को भी आसानी से तोड़ सकता है। इनके अंदर 3300 न्यूटन बल की ताकत होती है। यह केकड़ा दक्षिण पश्चिमी प्रशांत महासागर और हिंद महासागर में पाया जाता है, एक वयस्क 'दैत्य केकड़े' की लंबाई एक मीटर होती है, जबकि वजन 4.5 किलो के आसपास होता है। इतना ही नहीं समय के साथ इन केकड़ों का रंग भी बदलता जाता है। युवावस्था में ये भूरे रंग के होते हैं और इनके पैरों पर काली धारियां होती हैं। जबकि व्यस्क होने पर ये हल्के बैंगनी या गहरे बैंगनी रंग के हो जाते हैं। हालांकि कुछ केकड़े भूरे रंग के भी रह जाते हैं।