लोकसभा चुनाव : महाराष्ट्र के 11 जिलों में भेजी गईं 37 हजार वीवीपैट मशीनें

लोकसभा चुनाव : महाराष्ट्र के 11 जिलों में भेजी गईं 37 हजार वीवीपैट मशीनें

Tejinder Singh
Update: 2018-09-04 12:47 GMT
लोकसभा चुनाव : महाराष्ट्र के 11 जिलों में भेजी गईं 37 हजार वीवीपैट मशीनें

डिजिटल डेस्क, मुंबई। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को लेकर विपक्ष द्वारा बार-बार संदेह जताए जाने के बाद अब राज्य में आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग 100 फीसदी वीवीपैट (वोटर वेरिफाएबल पेपर आडिट ट्रेल) वाली ईवीएम का ही इस्तेमाल करेगा। इसके लिए चुनाव आयोग ने तैयारी शुरु कर दी है। राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय के एक अधिकारी ने ‘दैनिक भास्कर’ को बताया कि राज्य में लोकसभा की 48 सीटे हैं। इसके लिए महाराष्ट्र को 1 लाख 18 हजार वीवीपैट मशीन की जरूरत होगी। फिलहाल राज्य के 11 जिलों के लिए 37 हजार मशीन रवाना कर दी गई है। अधिकारी ने बताया कि ये मशीने दिल्ली से सीधे जिला मुख्यालयों को भेज दी गई हैं।

2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिली भारी जीत के बाद लगातर चुनावी में पार्टी की जीत से विपक्ष ईवीएम को शंका की नजर से देखने लगा है। विपक्ष के नेता हर चुनाव के बाद ईवीएम को लेकर संदेश जताते रहते हैं। कई नेताओं ने तो फिर से बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने की मांग भी की है। मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे भी इस तरह की मांग कर चुके हैं। पालघर लोकसभा उपचुनाव में मिली हार का ठिकरा शिवसेना ईवीएम पर फोड़ चुकी है। जबकि पालघर व भंडारा-गोंदिया लोकसभा उप चुनाव में 100 प्रतिशत वीवीपैट का इस्तेमाल किया गया था।

चुनाव आयोग कई बार यह बात दुहरा चुका है कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। अब ईवीएम को लेकर सभी तरह की आशंकाओं को खत्म करने के लिए पर्ची वाली ईवीएम मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा। जिससे मतदाता देख सकेंगे कि उनका वोट किस चुनाव चिन्ह पर गया है। किसी तरह की विवाद की स्थिति में इन पर्चियों को गिना भी जा सकता है।

सात सेकेंड में जान सकेंगे मतदाता
वीवीपैट से मतदाताओं को ईवीएम का बटन दबाने के सात सेंकेंड के भीतर वीपीपैट के प्रिटंर पर छपी पर्ची से पता चल सकेगा कि उन्होंने किस चुनाव चिन्ह के लिए वोट दिया है। यह पर्ची मतदाताओं के हाथ में नहीं मिलेगा पर प्रिंट होने के बाद वे इसे देख सकेंगे। इसके बाद यह पर्ची नीचे रखी पेटी में चली जाएगी।   

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