4345 घरकुल तैयार, सिर्फ 86 को ही हुआ आवंटन
4345 घरकुल तैयार, सिर्फ 86 को ही हुआ आवंटन
डिजिटल डेस्क, नागपुर। अपने आशियाने का सपना लिए सरकारी कार्यालयों की सीढ़ियां चढ़ रहे गरीब व जरूरतमंदों की प्रतीक्षा खत्म नहीं हो रही थी। विधानसभा चुनाव के पहले धड़ल्ले से प्रधानमंत्री आवास योजना के आवेदन और शिविर लगाने के बाद उम्मीद जगी थी कि गरीब और जरूरतमंदों को जल्द अपने आशियाने मिलेंगे, लेकिन जो रफ्तार चुनाव के पहले थी, वह अब धीमी पड़ गई है। नागपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत 10 हजार घर बनाने का लक्ष्य था। नागपुर मनपा द्वारा 1114, म्हाडा द्वारा 557 और नागपुर सुधार प्रन्यास द्वारा 4345 घर बनाए जा रहे हैं। हजारों का लक्ष्य होने के बावजूद अभी तक आधे भी घरकुलों का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है। उसमें भी लाभ पाने वाले दो अंकों से भी ज्यादा नहीं हैं।
लॉकडाउन के बहाने ब्रेक
नासुप्र अंतर्गत 4345 घरकुल में से अब तक सिर्फ 86 लोगों को ही इसका लाभ मिल पाया है। प्रत्यक्ष रूप से उन्हें घर कुल का आवंटन हुआ है, लेकिन शेष आवास खाली पड़े हैं। इसमें भी 113 लोग ऐसे हैं, जिन्हें अनुदान का भुगतान नहीं होने से लाभ नहीं मिल पाया है। अन्य गरीब और जरूरतमंद अभी भी सपने पूरे होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री आवास योजना के क्रियान्वयन को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। लॉकडाउन का बहाना कर अधिकारी योजना रोके हुए हैं।
2015 में शुरू हुई योजना
2022 तक सबके लिए घर की संकल्पना के तहत प्रधानमंत्री आवास योजना को जून 2015 में शुरू किया गया था। 2022 तक 5 करोड़ नए घर बनाने का लक्ष्य रखा गया, जिनमें से 3 करोड़ ग्रामीण और 2 करोड़ शहरी इलाकों में बनाए जाने थे। बाद में शहरों में इसे घटा कर 1 करोड़ कर दिया गया। यह लक्ष्य एक चरणबद्ध तरीक़े से तीन चरणों में अप्रैल 2015, मार्च 2017, अप्रैल 2017, मार्च 2019 और अप्रैल 2019, मार्च 2022 के अनुसार 7 साल में पूरा करना है। इस योजना को 5 साल पूरे हो चुके हैं, लेकिन नागपुर में अब तक केवल 86 लोगों को ही घर का कब्जा मिल पाया है।
युवा संस्था के नितीन मेश्राम द्वारा आरटीआई में मांगी गई जानकारी में इसका खुलासा हुआ है। पता चला कि नागपुर में सिर्फ तीसरे और चौथे घटक के अंतर्गत काम प्रगति पर है। तीसरे घटक में आर्थिक रूप से कमजोर के लिए नागपुर सुधार प्रन्यास द्वारा 4345 घरकुल बनाए गए हैं, जिसमें मौजा वाठोड़ा में 264, मौजा तरोड़ी में 2375, मौजा वांजरी में 765 और मौजा तरोड़ी खुर्द में 942 घरों का समावेश हैं। इसमें भी सिर्फ 86 लाभार्थियों को ही घर का आवंटन किया गया है। चौथे घटक के अंतर्गत व्यक्तिगत घरकुल बनाने का प्रावधान है। नागपुर में चौथे घटक के अंतर्गत 1128 नागरिक अनुदान के लिए पात्र हैं। 113 लाभार्थियों को इसका भुगतान नहीं होने के कारण लाभ नहीं मिल पाया है।