कोरोना से उबरने के बाद अब दिल से लेकर दिमाग तक साइड इफेक्ट, फिर जान पर खतरा
कोरोना से उबरने के बाद अब दिल से लेकर दिमाग तक साइड इफेक्ट, फिर जान पर खतरा
अब पोस्ट कोविड की आफत - संक्रमण से ठीक होने के बाद अब इन मरीजों में देखने मिल रहे कई अन्य गंभीर लक्षण, एक्सपट्र्स ने कहा- सावधानी बरतनी है बेहद जरूरी नहीं तो घेर सकता है दूसरा इन्फेक्शन
डिजिटल डेस्क जबलपुर । कोरोना इन्फेक्शन की रफ्तार कम हुई तो कोरोना से जो मरीज ठीक हुए हैं वे पोस्ट कोविड की चपेट में आ रहे हैं। किसी तरह से यह जानलेवा वायरस लोगों को चैन नहीं लेने दे रहा है। शहर में हर दिन ऐसे मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है जो पोस्ट कोविड सिंडरोम की समस्या बता रहे हैं। एक्सपर्ट के अनुसार कोरोना वायरस का सीधा प्रभाव फेफड़े में तो पड़ता ही है, साथ ही दिल से लेकर दिमाग तक इसका घातक इफेक्ट देखने मिल रहा है। विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. शैलेन्द्र राजपूत कहते हैं कि पोस्ट कोविड बड़ी चिकित्सकीय चुनौती है जिसको नकारा नहीं जा सकता है। यदि कोरोना के इलाज के बाद मरीज घर जा भी चुका है तो उसको लगातार निगरानी और एक्सपर्ट की सलाह लेते रहना चाहिए। तनिक भी असावधानी पोस्ट कोविड में भारी पड़ सकती है। शहर में इसके मामले बढ़ते जा रहे हैं। सीनियर मेडिकल स्पेशलिस्ट डॉ. दीपक बहरानी कहते हैं कि पोस्ट कोविड में फोकस करने की जरूरत है। इससे भी हजारों लोगों का जीवन बचाया जा सकता है।
म्यूकोरमाइकोसिस सेंटर
मनमोहन नगर में पोस्ट कोविड म्यूकोरमाइकोसिस सेंटर क्रियाशील किया गया है। जिसमें मरीज हेतु मेडिकल एवं पैरामेडिकल स्टाफ की व्यवस्था की गई है। यूपीएचसी मनमोहन नगर में जिला चिकित्सालय एवं मेडिकल कॉलेज से कोविड के उपचार के उपरांत तथा म्यूकोरमाइकोसिस की शल्य चिकित्सा के उपरांत स्थिर मरीजों को पोस्ट ऑपरेटिव केयर के लिए 20 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है तथा पोस्ट कोविड पेशेंट की स्क्रीनिंग इण्डोस्कोपी द्वारा की जा रही है। जिसके अंतर्गत मोबाइल ईएनटी इण्डोस्कोपी यूनिट द्वारा पोस्ट कोविड मरीजों की स्क्रीनिंग की जा रही है।