नागपुर मनपा के नक्शे में दिख रहा है इलाका, लेकिन सूची में नाम है नदारद

असमंजस नागपुर मनपा के नक्शे में दिख रहा है इलाका, लेकिन सूची में नाम है नदारद

Tejinder Singh
Update: 2022-02-11 12:45 GMT
नागपुर मनपा के नक्शे में दिख रहा है इलाका, लेकिन सूची में नाम है नदारद

डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्रभाग रचना घोषित होने के बाद अब शिकायतों का दौर शुरू हो गया है। सर्वाधिक शिकायतें इलाकों के नाम को लेकर हैं। अनेक आपत्तियां ऐसी हैं, जिसमें कहा गया कि प्रभाग के नक्शे में उनके इलाके दिख रहे हैं, लेकिन नाम की सूची से वे गायब है। नागरिक और इच्छुक उम्मीदवार तय नहीं कर पा रहे हैं कि उनका वास्तविक प्रभाग कौनसा है।  ऐसे में नागरिकों में असमंजस की स्थिति बन रही है।  प्रशासन भी इन शिकायतों को गंभीर मान रहा है। इन शिकायतों को सुनवाई योग्य मान रहा है। प्रशासन का दावा है कि यह तकनीकी त्रुटी है, जिसमें सुनवाई के बाद सुधार हो सकता है। इससे मिलती जुलती अनेक शिकायतें हैं।

कुछ शिकायतें गोलमोल 

गुरुवार 10 फरवरी को सर्वाधिक 25 आपत्तियां प्रभाग रचना को लेकर दर्ज कराई गई है। अब तक मनपा निर्वाचन प्रशासन के पास कुल 44 आपत्तियां दर्ज हुई है। कुछ शिकायतें गोलमोल तरीके की गई हैं, जिसमें स्पष्ट नहीं है कि आपत्ति क्या है। इसके कारण ऐसी आपत्तियां खारिज होने की संभावना जताई गई है। फिलहाल 21 फरवरी को इन सभी शिकायतों पर सुनवाई होगी।

आरक्षण में अटकी उम्मीदवारों की जान 

प्रभाग की सीमाएं तय होने के बाद इच्छुकों ने अपने प्रभाग तो तय कर लिए हैं, लेकिन स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं है। प्रभाग आरक्षण में सबकी जान अटकी है। 52 प्रभाग में से 26 प्रभाग में 2-2 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होगी। 26 में 2-2 पुरुष नगरसेवक होंगे। इसके अलावा एससी-एसटी आरक्षण भी रहेगा। ऐसे में जब तक आरक्षण ड्रा नहीं निकल जाता, इच्छुक खुले तौर पर अपनी दावेदारी पेश करने से बच रहे हैं।   फिलहाल वे अपने इलाके से जुड़े या आसपास के दो प्रभागों को  विकल्प के रूप में तैयार रख रहे हैं। जहां भी आरक्षण ड्रा के बाद अनुकूल स्थिति बनती है, वहां से लड़ने की तैयारी दिखा रहे हैं।

नए इलाकों में संपर्क सूत्र ढूंढ़ रहे नेताजी

प्रभाग रचना में सीमा तय होने के बाद कई नेताओं के लिए नए इलाके चुनौती बन गए हैं। ज्यादातर हिस्सा दूसरे प्रभागों में जुड़ने से अब इनके लिए मुसीबतें खड़ी होने लगी हैं। नए इलाकों में संपर्क साधने में दिक्कतें आने लगी हैं। इसलिए अब नए इलाकों में संपर्क सूत्र तलाशने में नेता जुट गए हैं। कुछ इच्छुकों को नए इलाकों में घूमकर क्षेत्र के प्रतिष्ठित लोगों की या फिर जिनका परिसर में गहरा जनसंपर्क है, उनकी सूची बनाते देखा गया है। उनके जरिए अब परिसर में संपर्क बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। 

बस्ती को बीच से बांटा गया : कुछ शिकायतों में कहा गया कि विधानसभा चुनाव में उनका इलाका फला-फला निर्वाचन क्षेत्र में है, जबकि अभी अलग निर्वाचन दिखा रहा है। अनेक इच्छुक उम्मीदवारों ने दूसरे प्रभागों में गए इलाकों को उनके प्रभाग में जोड़ने की मांग की है। उनकी शिकायत है कि बस्ती को बीच से तोड़ा गया है, जिसकी वजह से एक बस्ती दो प्रभाग में बंट रही है। 

 

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