जून तक कोरोना मरीजों की संख्या 7 हजार से अधिक होने का अनुमान , 350 से ज्यादा आईसीयू बेड लगेंगे

जून तक कोरोना मरीजों की संख्या 7 हजार से अधिक होने का अनुमान , 350 से ज्यादा आईसीयू बेड लगेंगे

Bhaskar Hindi
Update: 2020-05-16 08:53 GMT
जून तक कोरोना मरीजों की संख्या 7 हजार से अधिक होने का अनुमान , 350 से ज्यादा आईसीयू बेड लगेंगे

सुपर स्पेशिएलिटी में बढ़ाए जा रहे आईसीयू बेड, सुखसागर को कोविड-19 डेडीकेटेड अस्पताल बनाने तैयारी
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
स्वास्थ्य विभाग के अनुमान को सही माना जाए तो जिले में कोरोना के मरीजों में अगले 45 दिनों में तेजी से इजाफा होगा। ऐसा माना जा रहा है कि पॉजिटिव मरीजों की संख्या 7000 से अधिक तक पहुँच सकती है। समय रहते ही इसकी अंदरूनी तैयारी भी शुरू कर दी गई है। जिले में यह संख्या 7081 तक होने के अनुमान में इतने ही बेड वाले क्वारेंटाइन, आइसोलेशन सेंटर, ऑक्सीजन और गैर ऑक्सीजन के हॉस्पिटल बेड के साथ ही आईसीयू और वेंटिलेटर की तैयारी की जा रही है।  
बड़ी संख्या में मेडिकल स्टाफ की जरूरत

मरीजों के बढऩे पर क्वारेंटीन, आइसोलेशन सेंटर के साथ कोविड केयर और डेडीकेटेड हॉस्पिटल में बड़ी संख्या में मेडिकल स्टाफ की भी जरूरत पड़ेगी। इनमें 84 मेडिकल ऑफीसर्स, 188 स्टाफ नर्स, 8 आयुष मेडिकल ऑफीसर्स, 78 पीजी मेडिसिन और इतने ही पीजी एनेस्थिसिया डॉक्टरों की जरूरत होनी बताई गई है। इनके साथ ही 84 वार्ड ब्वॉय और 30 पैरामेडिकल स्टाफ की भी आवश्यकता बताई गई है।  
10 दिन में डिस्चार्ज पर होगा काम
सुखसागर कोविड केयर और आइसोलेशन सेंटर में अब उन पॉजिटिव मरीजों को 7 दिन के लिए क्वारेंटीन किया जाएगा जो 10 दिन का इलाज करा चुके हैं और उनके घरों में अलग रहने की जगह नहीं है। जरूरत पड़ेने पर  सुखसागर हॉस्पिटल को वहाँ उपलब्ध अत्याधुनिक संसाधनों को देखते हुए कोविड डेडीकेटेड अस्पताल भी बनाया जा सकता है। 
354 आईसीयू बेड की तैयारी
कोरोना मरीजों की संख्या बढऩे की स्थिति में गंभीर मरीज जिन्हें आईसीयू की जरूरत होगी, ऐसे मरीजों की संख्या दूसरे प्रदेशों के मरीजों की स्थिति के आधार पर अभी 354 अनुमानित की गई है। मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल में पहली मंजिल को पूरा आईसीयू फ्लोर बनाने पर काम हो रहा है, इसके अलावा जिला अस्पताल के साथ ही सेना और आयुध निमार्णियों सहित बड़े निजी अस्पतालों को चिन्हित किया गया है, जहाँ आईसीयू के साथ ही वेंटिलेटर की भी सुविधाएँ मिल सकेंगी। मरीजों के आँकड़े के अनुसार इस अनुमान पर 71 वेंटिलेटर्स की जरूरत आँकी जा रही है,  कलेक्टर भरत यादव पूर्व में ही जिले में 132 वेंटिलेटर्स होने की जानकारी दे चुके हैं। वर्तमान में 158 आईसीयू बेड हैं, जरूरत पडऩे पर निजी अस्पतालों को अधिग्रहित किया जाएगा। इनमें 90 के करीब वेंटिलेटर्स और 400 से अधिक आईसीयू बेड हैं, जरूरत पडऩे पर दूसरी बीमारियों के गंभीर मरीजों के लिए बेड छोड़कर इनका उपयोग कोराना पीडि़तों के लिए अस्पताल में अलग से प्रवेश-निकासी बनाकर किया जाएगा। 
सीएमएचओ को नहीं जानकारी 
जिलों में मरीजों की संख्या बढऩे के अनुमानित आँकड़े के आधार पर एनएचएम एमडी ने पूरे प्रदेश की आवश्यकता जानकारी सभी कलेक्टर्स और सीएमएचओ को जल्द किए जाने वाले इंतजामों को करने पत्र लिखा है। इसमें कितने आइसोलेशन आईसीयू बेड, वेंटिलेटर, मेडिकल स्टाफ की व्यवस्था करनी है उनकी संख्या के साथ ही संविदा भर्ती की अनुमति दी है। जिला स्वास्थ्य समितियाँ ये भर्ती करेंगी। फिलहाल कोरोना मोर्चे पर प्रशासन ही सक्रियता दिखा रहा है, वहीं स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ को इस संबंध में कोई जानकारी नहीं कि कितने बेड, वेंटिलेटर, आईसीयू की जरूरत हो सकती है और इसके लिए क्या योजना बनाई गई है। सीएमएचओ से लगातार इस संबंध में जानकारी लेने प्रयास किया गया लेकिन वे बात नहीं करते हैं।
 

Tags:    

Similar News