Crime : एटीएम सेंटर में चोरी का प्रयास, अकाउंटेंट ने किया 14 लाख का गबन

Crime : एटीएम सेंटर में चोरी का प्रयास, अकाउंटेंट ने किया 14 लाख का गबन

Tejinder Singh
Update: 2020-07-26 11:33 GMT
Crime : एटीएम सेंटर में चोरी का प्रयास, अकाउंटेंट ने किया 14 लाख का गबन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। बेलतरोड़ी क्षेत्र में एटीएम सेंटर में तोड़फोड़ कर चोरी करने का प्रयास किए जाने का मामला सामने आया है। बेलतरोड़ी पुलिस ने आरोपी निखिलेश उर्फ निप्पो संतोष उके को गिरफ्तार किया है। फुटेज के आधार पर  आरोपी को गिरफ्तार किया गया। मशीन तोड़ने के लिए उपयोग में लाया औजार भी जब्त किया। पुलिस उपायुक्त विवेक मसाड, सहायक पुलिस आयुक्त विजयकुमार मराठे के मार्गदर्शन में थानेदार विजय पी. आकोत,  उप-निरीक्षक विकास  मनपिया, रंधीर दीक्षित, तेजराम देवले, नायब सिपाही गोपाल ने कार्रवाई में सहयोग किया। पुलिस के अनुसार मनीष नगर में पंजाब नेशनल बैंक की शाखा है। शाखा प्रबंधक चन्द्रशेखर नामदेव बारापात्रे (52) हैं। वे 23 जुलाई को बैंक बंद होने के बाद  शाम करीब 6 बजे घर चले गए। 24 जुलाई को सुबह 9 बजे सफाईकर्मी नीतीश हेड़ाऊ को सेंटर की मशीन में तोड़फोड़ नजर आई। उसकी सूचना पर तत्काल चंद्रशेखर मौके पर पहुंचे। एटीएम मशीन का दरवाजा टूटा हुआ था, लेकिन चोर मशीन से रकम चुराने में कामयाब नहीं हो पाया था। बेलतरोड़ी थाने में मामला दर्ज किया गया। थानेदार विजय आकोत के नेतृत्व में जांच टीम ने सेंटर में लगे सीसीटीवी कैमरे से फुटेज लिए। फुटेज में एक व्यक्ति टी-शर्ट और पैंट पहने मशीन की तोड़फोड़ करता हुआ नजर आया। घटना का समय रात करीब 11.30 बजे था। फुटेज के आधार पर पुलिस ने शाम नगर में रहने वाले  निखिलेश उर्फ निप्पो उके (30) को हिरासत लिया और उससे पूछताछ की। पहले उसने इनकार किया, जब उसे फुटेज दिखाई गई तो उसने सारा सच उगल दिया। 

बार पर छापा, 4 गिरफ्तार

वहीं प्रशासन द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों की अनदेखी कर शराब बेचने वाले सदर के बुलकार्ट बार पर पुलिस ने छापा मारा। चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। बार के चौकीदार और मालिकों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। आरोपियों में कंवलजीत सिंह सोहन सिंह (34), गुरप्रीत सिंह सोहन सिंह (28), मोहिंदरपाल सिंह बलवीर सिंह (44), अमर सज्जन काम्प्लेक्स, मंगलवारी और उनका नौकर सुरेंद्रगढ़ निवासी कमलेश केशवप्रसाद तिवारी (38) शामिल है। अपराध शाखा पुलिस ने नकली ग्राहक भेजकर शुक्रवार की रात कार्रवाई की। पुलिस सूत्रों के अनुसार अपराध शाखा यूनिट 3 को गुप्त सूचना मिली कि, बुलकार्ट बार ऑनलाइन फूड डिलीवरी के नाम पर निर्धारित समयावधि के बाद भी शराब बेची जा रही है। पुलिस ने रात करीब 9 बजे एक पंटर बार में भेजा। चौकीदार कमलेश ने पंटर से पैसे लिए और शटर खोलकर बियर और शराब की बोतल लाकर दी थी। राज्य उत्पादन शुल्क विभाग के निरीक्षक रावसाहब कोरे को भी जानकारी दी गई। वह भी घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने बार से बेची गई शराब की बोतलों की रकम भी जब्त की। पुलिस उपायुक्त गजानन राजमाने और सहायक पुलिस आयुक्त सुधीर नंदनवार के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक  विनोद चौधरी, एपीआई पंकज धाड़गे, हवलदार रामचंद्र कारेमोरे, सिपाही श्याम कड़ू,  संदीप मावलकर व अन्य ने कार्रवाई में सहयोग किया।  

अकाउंटेंट ने किया 14 लाख का गबन

उधर एक सिक्योरिटी एजेंसी को  अकाउंटेंट ने 14 लाख का चूना लगा दिया। अकाउंटेट ने कर्मचारियों के वेतन की आड़ में खुद के खाते में रकम जमा की। आरोपी के खिलाफ एमअाईडीसी थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है। गिरफ्तारी होना बाकी है। त्रिमूर्ति नगर निवासी दिनेश चव्हाण (54) की यूनिवर्सल एंड मैनेजमेंट सर्विसेस नामक सिक्योरिटी एजेंसी है। एजेंसी का कार्यालय एमआईडीसी के रेणुका कॉम्पलेक्स में है। एजेंसी में चारूदत्त ज्ञानेश्वर मोहड़ (34), वर्तमान में त्रिमूर्ति नगर (मूलत: अमरावती जिला वरुड़) निवासी अकाउंटेंट था। एजेंसी का लेन-देन तथा कर्मचारियों का वेतन निकालने की जिम्मेदारी चारूदत्त पर थी। चारूदत्त ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए संबंधित बैंक में कर्मचारियों के वेतन के 18 चेक दिए। सभी चेक पर एक ही बैंक खाता नंबर था, जो चारूदत्त का था। ऐसा कर उसने अगस्त-2018 से अक्टूबर-2019 के बीच 14 लाख रुपए अपने खाते में ट्रांसफर किए। 

पेन ड्राइव व हार्ड डिस्क भी चोरी

वहीं सभी चेक पर एक ही खाता नंबर होने से बैंक अधिकारी को संदेह हुआ। उसने 10 अगस्त-2019 को एजेंसी संचालक दिनेश चव्हाण को इस बारे में जानकारी दी। दिनेश ने अपने स्तर पर इस मामले की पड़ताल की तो पता चला कि, वह खाता नंबर चारूदत्त का है। 22 जून-2020 को दिनेश ने अपने कार्यालय में छानबीन की तो पता चला कि, चारूदत्त ने पेन ड्राइव, हार्ड डिस्क आदि सामान भी चुरा लिया है, जिसमें कंपनी का हिसाब-किताब था। दिनेश ने तत्काल इसकी शिकायत पर एमआईडीसी थाने में की। उप-निरीक्षक वाघमारे ने प्रकरण दर्ज किया। आरोपी चारूदत्त की गिरफ्तारी होना बाकी है। इस मामले में कुछ लोगों की लिप्तता होने की आशंका है। 

दुष्कर्मी पिता गिरफ्तार

बेटी और पिता के रिश्ते को कलंकित करने वाली एक घटना में पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने अपनी 12 साल की बेटी से दुष्कर्म किया। मां को करतूत का पता चलने पर पुलिस ने उसकी शिकायत पर मामला दर्ज किया और पिता को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस  के अनुसार जरीपटका क्षेत्र में रहने वाला आरोपी अपनी बड़ी बेटी के साथ दुष्कर्म करता था। शुक्रवार की शाम को आरोपी की पत्नी ने पुलिस नियंत्रण कक्ष को उसकी करतूतों के बारे में जानकारी दी। जरीपटका पुलिस ने आरोपी को हिरासत में पूछताछ की तो उसने कबूल कर लिया कि, वह बेटी के साथ जबरन संबंध बनाता था। उसने बेटी को धमकी दी थी, जिसके चलते वह अत्याचार सह रही थी। आरोपी मजदूरी करता था। उसे नशे की आदत है। आरोपी यह करतूत कब से कर रहा है, इस बारे में पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।

दो लोगों को बाघ की मूंछ के 12 बाल के साथ पकड़ा

शनिवार को नाकाबंदी के दौरान वन विभाग ने दो लोगों को बाघ की मूंछ के 12 बाल के साथ पकड़ा है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वर्ष 2019 में उनके खेत में विद्युत करंट से एक बाघ की मौत हो गई थी, जिसे उन्होंने दफना दिया था। उसी बाघ की मूंछ व नाखून निकाल लिए थे। आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की जांच की जा रही है। चंद्रपुर जिले के मोहर्ली वन परीक्षेत्र अंतर्गत नाकाबंदी में आरोपी नरेन्द्र विट्ठल चौधरी व मनोज शेंड निवासी भामडेडी पकड़े गए। उनके पास बाघ की मूंछें दिखाई दीं। गहन पूछताछ में दो अन्य आरोपी सामने आए, जिसमें कैलास दड़मल व सुभाष पेंदलवाल निवासी मुधोली हैं। वन विभाग के कर्मचारियों ने आरोपियों को गिरफ्तार कर दफनाए गए बाघ की हडि्डयां बरामद की हैं। आगे की जांच जारी है। 

यवतमाल पुलिस का वांछित आरोपी नागपुर में गिरफ्तार

शहर के इतवारी क्षेत्र में एक सराफा कारोबारी से ठगी करने के आरोप में पुलिस ने आशुतोष अशोक महाजन को गिरफ्तार किया है। आरोपी तीन दिन पुलिस रिमांड में भेजा गया है। सूत्रों के अनुसार इस महाठग की एक साल से यवतमाल जिले की वणी पुलिस को तलाश है। आरोपी के खिलाफ वणी थाने में दुष्कर्म का प्रकरण दर्ज है। आरोपी ने वणी में एक युवती को अपने प्रेमजाल में फंसाया था। उसकी आबरु से खिलवाड़ करने के बाद उसके गहने व नकदी लूटकर फरार हो गया था। पीड़ित युवती ने आरोपी के खिलाफ वणी थाने में शिकायत की। आरोपी एक साल पहले वणी से फरार होने के बाद नागपुर में रहने लगा था। यहां इसने सर्राफा व्यापारियों को लाखों का चूना लगाया। इस नटवरलाल से तहसील पुलिस ने करीब 16 लाख 48 हजार रुपए का माल जब्त किया है। तहसील के थानेदार जयेश भंडारकर ने बताया कि, आरोपी नागपुर के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में भी कई लोगों को चूना लगा चुका है। पिछले दिनों यह आरोपी इतवारी के सर्राफा कारोबारी उत्तम कश्यप की दुकान में गया और उन्हें 78 हजार रुपए का चूना लगाकर चला गया था। आरोपी की खासियत यह है कि, सर्राफा दुकान देखकर तय करता है कि, दुकान में बाइक से जाना है या कार से। आरोपी से एक बाइक और कार भी जब्त की गई है, जो वह घटना के समय उपयोग करता था। 23 जुलाई को इस आरोपी को तहसील थाने के गश्तीदल ने गांधी पुतला चौक पर दोपहिया वाहन क्र.-एम.एच.-29-ए.एस.-6772 पर जाते हुए पकड़ा था। आरोपी अजनी, कोतवाली क्षेत्र में भी इसी तरह सर्राफा दुकानदारों को चूना लगा चुका है।
 

 

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