संभागायुक्त का आदेश, पौधारोपण कार्यक्रम को बनाएं जनअभियान

संभागायुक्त का आदेश, पौधारोपण कार्यक्रम को बनाएं जनअभियान

Bhaskar Hindi
Update: 2018-05-31 07:48 GMT
संभागायुक्त का आदेश, पौधारोपण कार्यक्रम को बनाएं जनअभियान

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। पौधारोपण कार्यक्रम को जनअभियान का स्वरुप दिया जाए। ये बात संभागायुक्त आशुतोष अवस्थी ने बुधवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला कलेक्टर्स से कही। उन्हेांने एक जुलाई से 15 जुलाई तक नीम बीज रोपण सहित अन्य प्रजाति के पौधों के रोपण, सुरक्षा और उनकी सिंचाई हेतु पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए।

संभागायुक्त ने समूचे संभाग में हरियाली को समृद्ध करने के लिए पौधारोपण कार्य से जनप्रतिनिधियों सहित समाज के सभी वर्गों को जोड़ने की बात कही। उन्होंने निर्देशित किया कि कलेक्टर्स पौधारोपण कार्य की स्वयं मॉनीटरिंग करें। पौधारोपण का कार्य संख्यात्मक नहीं बल्कि परिणाममूलक होना चाहिए। यानि पौधे रोपने से लेकर उनकी सुरक्षा व सिंचाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए। कलेक्टर्स अपने जिले की पर्यावरणीय पारिस्थितिकी के हिसाब से पौधारोपण की रणनीति तैयार करें।

न्यूनतम 50 किलो नीम बीज का करें रोपण- 
श्री अवस्थी ने निर्देश दिए कि प्रत्येक ग्राम में ग्राम पंचायत द्वारा न्यूनतम 50 किलो नीम बीज का रोपण किया जाए। प्रत्येक कार्यालय, शाला भवन, पंचायत, छात्रावास, आंगनबाड़ी, पशु औषधालय, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, पटवारी, राजस्व निरीक्षक के शासकीय भवनों, आवासों तथा अन्य शासकीय भवनों के परिसर में मटका थिम्बक सिंचाई पद्धति से सिंचाई की व्यवस्था कर पौधारोपण वृक्षारोपण किया जाए। उन्होंने कहा कि अभियान का प्रमुख घटक है नीम बीजरोपण। प्रत्येक ग्राम पंचायत को 50-50 किलो निम्बोली एकत्रित करनी होगी और एक जुलाई से 15 जुलाई के मध्य गांव-गांव में अभियान चलाकर झाडिय़ों और चरनोई भूमियों पर इन बीजों का रोपण करना होगा।

प्रत्येक ग्राम में 5 स्थानों पर लगाए त्रिवेणी वृक्ष्य- 
संभागायुक्त ने ग्राम पंचायत द्वारा प्रत्येक ग्राम के अधिक से अधिक परिवारों के घर के आसपास पांच-पांच फलदार पौधों का रोपण कराने को कहा है। अश्विनी अवस्थी ने कहा कि प्रत्येक ग्राम में पांच स्थानों पर त्रिवेणी वृक्षों पीपल, बरगद और नीम का रोपण और संरक्षण किया जाए। अवस्थी के अनुसार, वृक्षारोपण में सरकारी तंत्र के अलावा गैर सरकारी संगठन की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। वृक्षारोपण के सम्बन्ध में हर व्यक्ति को स्वयं एक कार्यकर्ता बनना होगा। संभागायुक्त ने कहा कि पौधारोपण के लिए कृषि, उद्यानिकी, कृषि विज्ञान केन्द्रों से मास्टर ट्रेनर्स से प्रशिक्षण दिलाया जाए। 
 

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