राज्य के टोल पर अब भी नहीं है फास्टैग, हो रहा आर्थिक नुकसान

राज्य के टोल पर अब भी नहीं है फास्टैग, हो रहा आर्थिक नुकसान

Anita Peddulwar
Update: 2020-01-18 08:58 GMT
राज्य के टोल पर अब भी नहीं है फास्टैग, हो रहा आर्थिक नुकसान

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पूरे देश भर में फास्टैग लागू हो चुका है। देशभर के नेशल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सभी टोल पर फास्टैग लगा दिया गया है, लेकिन स्टेट के टोल पर अब भी फास्टैग नहीं लगाया गया है। यहां पर अब भी कैश में ही टोल दिया जा रहा है। इसलिए कई लोग फास्टैग का उपयोग नहीं कर रहे हैं। शहर के दिघाेरी टोल, वाड़ी टोल, काटोल, हडला टोल पर अब भी हैवी मोटर व्हीकल को टोल देना होता है, जिसमें अब तक कैश में ही टोल दिया जा रहा है। इसी तरह अन्य जगहों पर भी फास्टैग नहीं लगा होने जानकारी है।

उल्लेखनीय है कि एनएचएआई ने नेशनल हाईवे के टोल पर तो फास्टैग अनिवार्य कर दिया है, लेकिन राज्य के टोल पर अब तक फास्टैग नहीं लगाए हैं। राज्य के टोल भी फास्टैग टोल किए जाएंगे। फिलहाल पुराने कान्ट्रैक्ट के तहत अभी शहर के आस-पास के महराज्य राज्य मार्ग विकास कॉर्पाेरेशन के टोल पर टोल टैक्स कैश में दिया जा रहा है। यहां पर कार और अन्य लाइट मोटर व्हीकल के लिए टैक्स फ्री है, लेकिन हैवी मोटर व्हीकल के लिए टैक्स अनिवार्य है।

खराब है रीडर मशीन तो टोल नहीं देना होगा
यदि आप किसी भी नेशनल हाइवे से गुजर रहे हैं और आपके वाहन में फास्टैग लगा हुआ है। लेकिन टोल पर लगे फास्टैग रीडर ने अगर कार्ड रीड नहीं किया या किसी कारणवश कोई तकनीकी समस्या होती है, तो वाहन चालक को कोई टोल नहीं देना होगा। उसे नि:शुल्क वहां से आगे जाने दिया जाएगा। साथ ही नि:शुल्क टोल की उसे एक रसीद भी दी जाएगी।

दोगुना टोल देने की जरूरत नहीं
महाराष्ट्र राज्य मार्ग विकास प्राधिकरण (एमएसआरडीसी) के टोल पर अभी तक फास्टैग लागू नहीं किया गया है। बाद में किया जाएगा। अभी कैश में टोल दिया जा रहा है। कोई दोगुना टोल देने की आवश्यकता नहीं है।
- आलोक महाजन, अधीक्षक अभियंता, एमएसआरडीसी, नागपुर

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