बालासाहब ठाकरे अंतरराष्ट्रीय  प्राणी उद्यान बना गोरेवाडा का प्राणी संग्रहालय

बालासाहब ठाकरे अंतरराष्ट्रीय  प्राणी उद्यान बना गोरेवाडा का प्राणी संग्रहालय

Tejinder Singh
Update: 2021-01-19 14:35 GMT
बालासाहब ठाकरे अंतरराष्ट्रीय  प्राणी उद्यान बना गोरेवाडा का प्राणी संग्रहालय

डिजिटल डेस्क, मुंबई। नागपुर के गोरेवाडा अंतरराष्ट्रीय प्राणी संग्रहालय अब ‘बालासाहब ठाकरे गोरेवाडा अंतरराष्ट्रीय प्राणी उद्यान के नाम से पहचाना जाएगा। राज्य सरकार ने गोरेवाडा अंतर्राष्ट्रीय प्राणी संग्रहालय का नामकरण किया है। मंगलवार को वन विभाग ने इस संबंध में शासनादेश जारी किया। प्रदेश के वन मंत्री संजय राठोड ने बताया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे गोरेवाडा प्राणी उद्यान के भारतीय सफारी का उद्धाटन 26 जनवरी को करेंगे। उन्होंने कहा कि गोरेवाडा में अंतरराष्ट्रीय प्राणी उद्यान बनाया जा रहा है। यहां पर जनता को अंतरराष्ट्रीय दर्जे की पर्यटन सुविधा उपलब्ध कराने के लिए परियोजना का प्रारूप तैयार किया गया है। गोरेवाडा प्राणी उद्यान नागपुर के महाराष्ट्र वनविकास महामंडल के प्रबंध निदेशक के अधीन है। इस उद्यान में अंतरराष्ट्रीय दर्जे की सफाई और सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कार्यवाही शुरू है। 
जनता के लिए खुला किया जाएगा 
 

राठोड ने कहा कि गोरेवाडा प्राणी उद्यान में भारतीय सफारी का काम पूरा हो गया है। मुख्यमंत्री के 26 जनवरी को उद्धाटन के बाद उद्यान को जनता के लिए खोल दिया जाएगा। भारतीय सफारी में टाइगर सफारी, तेंदुआ सफारी, भालू सफारी, शाकाहारी प्राणी सफारी शुरू करने के लिए प्राणियों को स्थानांतरित किया गया है। भारतीय सफारी के उद्धाटन के बाद 40 आसन क्षमता की 3 विशेष वाहन और ऑनलाइन टिकिट बुकिंग सुविधा जनता के लिए उपलब्ध कराई जाएगी। 

2 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में उद्यान 

राठोड ने कहा कि लगभग 2 हजार हेक्टेयर वन क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय दर्ज का प्राणी उद्यान साकार किया जाएगा। इस उद्यान का महत्वपूर्ण काम नागपुर के महाराष्ट्र वनविकास महामंडल के माध्यम से पूरा किया गया है। 

उद्यान की सुविधा 

राठोड ने कहा कि नागपुर शहर के मध्य से गोरेवाडा केवल 6 किमी दूर है। भविष्य में सरकार का गोरेवाडा को एक महत्वपूर्ण और बड़ा पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का इरादा है। यह परियोजना नागपुर शहर के पास होने से इससे इस क्षेत्र में प्रकृति पर्यटन को गति मिल सकेगी। रोजगार के नए अवसर उपलब्ध हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि उद्यान में वन्यजीव संवर्धन, अनुसंधान व शिक्षा के साथ वन्यजीवों के पुनर्वसन का काम भी किया जाएगा। इस उद्यान में आवाजाही करने वाले पर्यटकों के लिए पार्किंग, प्रसाधनगृह, पीने के पानी और वाहन आदि की सुविधा उपलब्ध है। 

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