भेड़ाघाट में हर साल पाँच लाख से ज्यादा पर्यटक दीदार के लिए आते हैं, लेकिन बीते 12 माह में आए केवल 50 हजार

भेड़ाघाट में हर साल पाँच लाख से ज्यादा पर्यटक दीदार के लिए आते हैं, लेकिन बीते 12 माह में आए केवल 50 हजार

Bhaskar Hindi
Update: 2021-01-02 10:00 GMT
भेड़ाघाट में हर साल पाँच लाख से ज्यादा पर्यटक दीदार के लिए आते हैं, लेकिन बीते 12 माह में आए केवल 50 हजार

कोरोना इफेक्ट - टूरिस्ट पॉइंट से पर्यटक गायब  लेकिन अब एक बार फिर धीरे-धीरे हो रहा बदलाव, नए सीजन में 20 अक्टूबर से खुला है पर्यटकों के लिए, विशेष अवसरों  पर आसपास के राज्यों के पर्यटक आते हैं ज्यादा
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
जबलपुर और आसपास के क्षेत्र में नेशनल पार्क के अलावा भेड़ाघाट ऐसा पर्यटन स्थल है जहाँ पर सबसे अधिक पर्यटक आते हैं। कोरोना संकट काल में लेकिन बीते एक साल  में और सालों के मुकाबले बेहद कम पर्यटक ही भेड़ाघाट का दीदार करने पहुँचे। पूरी दुनिया और देश के साथ  कोरोना वायरस का प्रभाव दूसरे क्षेत्र की तरह ही टूरिज्म पर भी अच्छा खासा रहा है। भेड़ाघाट नगर परिषद के द्वारा पर्यटन विभाग भोपाल को जो जानकारी भेजी गई है उसके अनुसार बीते सालों में 5 लाख और यहाँ तक कि 6 लाख की संख्या तक पर्यटक आते थे, इस बार पर यह संख्या केवल 50 हजार के करीब रही है।              
भेड़ाघाट नगर परिषद के कर्मचारियों का कहना है कि  बीते सालों में ऐसा कोई साल नहीं रहा जब इतनी कम पर्यटक संख्या दर्ज हुई हो।  पर्यटकों की कम संख्या के लिहाज से बीते 12 माह हमेशा याद किये जायेंगे।  नये साल की शुरूआत में तो 2020 में पर्यटक बेहतर संख्या में आये, लेकिन मार्च के दूसरे सप्ताह में  होली के बाद से कोरोना का फैलाव तेजी से हुआ और 20 मार्च को शहर में मरीज सामने आते ही पूरी तरह से ब्रेक लग गया। लॉकडाउन के बाद रियायत मिली और पर्यटन केन्द्र भी खोले गये, पर संख्या में इजाफा नहीं हो सका। रेनी सीजन खत्म होते ही पर्यटन के नये  सीजन 20 अक्टूबर से नौकायन फिर से आरंभ हुआ, पर्यटकों के लिए नया सत्र ओपन कर दिया गया है। भेड़ाघाट तट पर दुकान चलाने वाले शिल्पी कहते हैं कि गुजर चुका वर्ष भले ही कुछ निराशा भरा रहा हो, लेकिन अब नये साल की शुरूआत के साथ ही पर्यटक संख्या में कुछ इजाफा होने लगा है। नौकायन बढ़ गया और धुआँधार फॉल को निहारने बड़ी संख्या में लोग पहुँचने लगे हैं। 
अब माहौल बदल रहा 
कोरोना वायरस का प्रभाव देश के साथ शहर में भी कम होते ही पर्यटक अब धीरे-धीरे आ रहे हैं। पहले जो संख्या आती थी उतनी तो नहीं, लेकिन अब निश्चित तौर पर कुछ बदलाव होते दिख रहा है। कोशिश यही है कि ज्यादा से ज्यादा लोग डिस्टेंसिंग का पालन करते हुये टूरिस्ट प्लेस में घूमें। 
-एके रावत, मुख्य अधिकारी  भेड़ाघाट नगर परिषद 

 

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