महाजेनको में नौकरी लगाने के नाम पर अपने ही मित्रों को 12 लाख से ठगा

महाजेनको में नौकरी लगाने के नाम पर अपने ही मित्रों को 12 लाख से ठगा

Anita Peddulwar
Update: 2020-02-06 07:44 GMT
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डिजिटल डेस्क,  नागपुर। दो उच्च शिक्षित मित्रों को महाजेनको में नौकरी लगाने के नाम पर ठगा गया है। फर्जी नियुक्ति पत्र थमाकर उनसे 12 लाख रुपए ऐंठ लिए गए हैं। प्रकरण के उजागर होने से बुधवार को दंपति समेत आधा दर्जन आरोपियों के खिलाफ इमामवाड़ा थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है। आरोपी संजय श्रीराम राऊत (37), उसकी पत्नी सुकेशनी संजय राऊत (34), पूर्णिमा मंगेश भिलावे (30) उसका पति मंगेश मधुकर भिलावे (35) नागपुर, मोना और पूजा मुंबई निवासी हैं, जबकि पीड़ित संदीप आनंदराव सालुंखे 29 वर्ष साईं नगर और उसका मित्र आकाश सूर्यभान रेहपाड़े (29) है।

विश्वास के लिए दिए थे कोरे चेक
कुछ समय पश्चात आरोपियों ने दोनों मित्रों को फर्जी नियुक्ति पत्र थमाकर उनसे रुपए ऐंठ लिए हैं। रुपए मिलने के बाद भी नौकरी नहीं मिलने से पीड़ितों ने अपने रुपए वापस मांगे, हालांकि आरोपियों ने पीड़ितों का विश्वास बना रहे, इसके लिए उनके पास दो कोरे चेक देकर रखे थे, मगर आरोपियों के खाते में रकम ही नहीं थी। इस बीच धोखाधड़ी होने से मामला थाने गया। पूर्व में भी महाजेनको में फर्जी नौकरी का मामला चर्चा में रहा है। प्रकरण दर्ज किया गया है। जांच जारी है।

प्रति व्यक्ति लिए 6 लाख रुपए
संदीप की मुंहबोली बहन स्वरा उर्फ वनिता योगेश माट्टेवार का बैद्यनाथ चौक में स्वरा नाम से सर्विसिंग सेंटर है। 13 नवंबर 2017 को किसी के जरिए संदीप की आरोपियों से पहचान हुई। बातों-बातों में आरोपियों ने बताया था कि महाजेनको में उनकी काफी पहचान है। एक पूर्व मंत्री का हवाला देकर महाजनको में किसी को भी आसानी से नौकरी लगा देने की बात कही गई। संदीप और आकाश ने बीई तक शिक्षा हासिल की है। उन्हें नौकरी की जरूरत थी। इस कारण उन्होंने नौकरी लगाने की बात आरोपियों से की। आरोपियों ने नौकरी लगवाने की हामी तो भरी, लेकिन लाखों रुपए की मांग की। उन्होंने प्रति व्यक्ति 6 लाख रुपए मांगे। दोनों पीड़ितों ने 12 लाख रुपए आरोपियों को दे दिए। नौकरी नहीं मिलने पर रकम वापस करने का भी वादा किया गया था।

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