जबलपुर: नवम्बर-दिसम्बर माह में कोरोना के संक्रमण बढ़ने की संभावनाओं को देखते हुये अभी से करें तैयारी

जबलपुर: नवम्बर-दिसम्बर माह में कोरोना के संक्रमण बढ़ने की संभावनाओं को देखते हुये अभी से करें तैयारी

Aditya Upadhyaya
Update: 2020-10-22 09:28 GMT
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डिजिटल डेस्क, जबलपुर। जबलपुर विशेषज्ञों द्वारा नवम्बर और दिसम्बर माह में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने की जताई गई सम्भावनाओं को देखते हुये आज बुधवार को बुलाई गई बैठक में कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा ने निजी अस्पताल संचालकों से अपने अस्पतालों में आईसीयू बेड की संख्या बढ़ाने का आग्रह किया है। कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में कलेक्टर श्री शर्मा ने शहर के निजी अस्पतालों में वेंटिलेटर सहित कोरोना मरीजों के उपचार के लिये उपलब्ध संसाधनों की जानकारी ली। श्री शर्मा ने बैठक में कहा कि कोरोना संक्रमण की भविष्य की चुनौतियों से निपटने की तैयारियां अभी से करनी होगी ताकि मरीजों की संख्या एकदम से बढ़ने पर पैनिक की स्थिति न बने। उन्होंने निजी अस्पतालों से अभी तक मिले सहयोग को सराहनीय बताते हुये आगे भी इसी तरह के सहयोग की अपेक्षा की। श्री शर्मा ने कहा कि निजी अस्पतालों को भी शहर और जिले की जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करना होगा और आगे आने वाली स्थितियों से निपटने सभी जरूरी इन्तजाम करने होंगे। कलेक्टर ने बैठक में कहा कि सभी निजी अस्पतालों को आईसीयू और ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़ाने अभी से प्लानिंग करनी होगी तथा उसे शीघ्र अमल में भी लाना होगा। उन्होंने ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता का ब्यौरा भी लिया। श्री शर्मा ने कहा कि प्रशासन द्वारा कोविड पेशेंट के उपचार के लिये ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जायेगी। कलेक्टर ने बेड की संख्या से तीन गुना सिलेंडर के इंतजाम करने का सुझाव देते हुये निजी अस्पताल संचालकों को एयर सेपरेशन यूनिट लगाने का आग्रह भी किया। कलेक्टर ने कहा कि एयर सेपरेशन यूनिट कोरोना के बाद भी निजी अस्पतालों के लिये उपयोगी साबित होगा। बैठक में निजी अस्पताल संचालकों से वैक्सिनेशन की तैयारियाँ भी प्रारम्भ करने कहा गया । कलेक्टर ने कहा कि कोरोना के टीके भविष्य में जब भी आयेंगे वैक्सिनेशन में सबसे पहले फ्रंट लाइन हेल्थ वर्कर्स को प्राथमिकता दी जाएगी। श्री शर्मा ने अस्पताल संचालकों को हेल्थ सर्विस में लगे अमले की जानकारी निर्धारित प्रारूप में सीएमएचओ कार्यालय को तुरंत उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। इसके साथ ही वैक्सिनेशन के लिये फेसिलिटेशन सेंटर का निर्धारण और नोडल अधिकारी की नियुक्त कर इसकी भी सूचना देने की बात कही। कलेक्टर ने बैठक में कहा कि कोरोना के संक्रमण को रोकने निजी अस्पतालों में पिछले एक वर्ष के दौरान उपचार के लिये भर्ती हुये गम्भीर रोगों से ग्रसित मरीजों की सूची सीएमएचओ कार्यालय को उपलब्ध कराई जाये। ताकि ऐसे लोगों से कोरोना कन्ट्रोल रूम से सम्पर्क किया जा सके और उन्हें सचेत करने के साथ-साथ उपयुक्त सलाह भी दी जा सके। कलेक्टर ने त्यौहारों के दौरान संक्रमण से बचने के उपायों के प्रति लोगों को जागरूक करने में सहयोग का आग्रह भी अस्पताल संचालकों से किया। बैठक में जिला पंचायत के सीईओ प्रियंक मिश्रा, अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित, सीएमएचओ डॉ रत्नेश कुररिया भी मौजूद थे।

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