जबलपुर-अमरकंटक-बिलासपुर हाईवे के लिए 100 फीट तक होगा जमीन का अधिग्रहण

जबलपुर-अमरकंटक-बिलासपुर हाईवे के लिए 100 फीट तक होगा जमीन का अधिग्रहण

Bhaskar Hindi
Update: 2021-07-10 09:33 GMT
जबलपुर-अमरकंटक-बिलासपुर हाईवे के लिए 100 फीट तक होगा जमीन का अधिग्रहण

50 फीट की चौड़ाई में बनेगी सड़क, केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय के अधिकारियों ने किया दौरा फिर प्रक्रिया हुई शुरू, कबीर चबूतरा मध्य प्रदेश-छग की बॉर्डर तक तीन हिस्सों में होना है निर्माण
डिजिटल डेस्क जबलपुर।
जबलपुर से अमरकंटक-बिलासपुर तक नेशनल हाईवे (45 ई) को कागजों में एक्सटेंशन के साथ हाईवे नाम तो दो साल पहले दे दिया गया पर इस सड़क के बनने की प्रक्रिया अब आरंभ हुई है। लोक िनर्माण एनएच ने इसके लिए जमीन अधिग्रहण प्रोसेस शुरू की है। इस प्रक्रिया में जबलपुर खमरिया के आगे डिफेंस लैंड खत्म होते ही शुरुआती गाँव से मध्य प्रदेश और छग की सीमा कबीर चबूतरा तक भूमि का अधिग्रहण िकया जाना है। केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय के अधिकारियों ने इसके लिए पिछले दिनों इस मार्ग का दौरा िकया और अब इसके लिए कोशिश आरंभ हो चुकी है। लोक िनर्माण एनएच के अधिकारियों के अनुसार जबलपुर से कुण्डम, शहपुरा, शहपुरा से डिण्डौरी और फिर उसके बाद डिण्डौरी से कबीर चबूतरा तक 200 किलोमीटर के दायरे में भूमि का अधिग्रहण 100 फीट की चौड़ाई में होगा और इसमें सड़क 50 फीट के करीब पेव सोल्डर के साथ बनाई जाएगी। मध्य प्रदेश के बाद इसको छत्तीसगढ़ की सीमा में उस हिस्से चौड़ा िकया जाना आरंभ कर दिया गया है। जबलपुर में कौन सी एजेंसी इसका िनर्माण आरंभ करेगी स्वीकृति के बाद ही पता चल सकेगा। 
अभी यह मार्ग ऐसा है
जबलपुर से कुण्डम, शहपुरा, डिण्डौरी और कबीर चबूतरा और उसी रास्ते आगे बढ़ते हुये बिलासपुर तक मार्ग सँकरा है। इस मार्ग पर जगह-जगह मोड़ हैं जो वाहन की गति को बढऩे नहीं देते हैं। अभी सड़क की कुल चौड़ाई करीब 20 फीट है यह जमीन अधिग्रहण और िनर्माण के बाद 50 फीट के करीब हो जाएगी। रास्ते में जो मोड़ हैं वे भी सड़क के चौड़े होने के साथ ही खत्म हो जायेंगे। हाईवे के अभी के नाम्र्स के अनुसार सड़क को ढाला जाएगा। 
90त्न अधिग्रहण तो तुरंत स्वीकृति
एनएच 45 ई जो तीन अलग-अलग हिस्सों में पूर्वी सीमा में पूरा चौड़ा हाईवे बनाया जाना है उसमें जानकारों का कहना है कि यदि 90 प्रतिशत तक जमीन का अधिग्रहण हो जाता है तो सड़क बनाने की अनुमति केन्द्रीय सड़क एव परिवहन मंत्रालय तुरंत दे देगा। इसके लिए पहले निरीक्षण भी िकया जा चुका है और राज्य सरकार से जल्द से जल्द यह प्रक्रिया पूरी करने के लिए कहा गया है। भूमि अधिग्रहण 100 फीट की सीमा तक होगा लेकिन ट्रैफिक वाल्यूम के हिसाब से ही इसको 50 फीट चौड़ा बनाने का लक्ष्य है। 
इसी सड़क का पश्चिमी हिस्सा भोपाल
एनएच 45 ई का पश्चिमी हिस्सा भोपाल बाड़ी बरेली अभी है जो जबलपुर-भोपाल हाईवे बन रहा है उसको माना गया है। जबलपुर से शहपुरा, डिण्डौरी, अमरकंटक और बिलासपुर को इसका पूर्वी हिस्सा माना गया है। नई जबलपुर-भोपाल सड़क और जबलपुर-बिलासपुर प्रस्तावित हाईवे अब कागजों में  एनएच 45 ई कहलाता है। इस मार्ग के पूरे बन जाने से प्रदेश की राजधानी और छग में बिलासपुर तक जाना बहुत सहज हो जाएगा।

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