अयोध्या जाएंगे मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे, हिंदुत्ववादी राजनीति के लिए बढ़ाया कदम
अयोध्या जाएंगे मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे, हिंदुत्ववादी राजनीति के लिए बढ़ाया कदम
डिजिटल डेस्क, मुंबई। साल भर पहले पार्टी के झंडे का रंग भगवा करने वाले मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने हिंदुत्व के मुद्दे पर राजनीति के लिए एक कदम औप बढ़ाया है। मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे अब उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्री राम के दर्शन के लिए जाएंगे। राज 1 से 9 मार्च के दौरान अयोध्या में जाएंगे। राज का अयोध्या जाने का फैसला मनसे और भाजपा के बीच गठबंधन की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। शुक्रवार को बांद्रा में राज की अध्यक्षता में पार्टी के नेता, उपाध्यक्ष और महासचिव समेत विभिन्न पदाधिकारियों की बैठक हुई। पत्रकारों से बातचीत में मनसे के नेता बाला नांदगावकर ने कहा कि राज श्री राम के दर्शन के लिए अयोध्या जाएंगे। उन्होंने कहा कि अयोध्या से लौटने पर राज 9 मार्च के बाद अगले एक महीने तक प्रदेश भर का दौरा करेंगे।
नांदगावकर ने कहा कि मनसे का स्थापना दिवस 9 मार्च को है पर इस बार मनपा चुनाव काफी करीब है। इसलिए 9 फरवरी से 12 अप्रैल तक मनसे की ओर से सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। पार्टी से जुड़ने वालों को महाराष्ट्र सैनिक के रूप में पहचान पत्र दिया जाएगा। मनसे के गट अध्यक्ष को अब राजदूत के रूप में पहचान पत्र और बिल्ला दिया जाएगा। मुंबई, पुणे और नागपुर जैसे शहरों में गैर राजनीतिक लोगों को उनके शहर के रक्षक के रूप में पहचान पत्र और बिल्ला दिया जाएगा। नांदगावकर ने कहा कि राज्य में मनपा और नगर पालिकाओं के चुनाव करीब आ गए हैं। इसलिए मनसे के नेता हर लोकसभा क्षेत्र का दौरा कर पार्टी अध्यक्ष को रिपोर्ट सौंपेंगे। नांदगावकर ने कहा कि पार्टी की ओर से प्रदेश भर में 27 फरवरी को मराठी भाषा दिवस उत्साह से मनाया जाएगा। इस मौके पर मराठी में हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत राज मुंबई और ठाणे में कई जगहों पर जाएंगे। मराठी भाषा पढ़ाने वाले शिक्षकों का सम्मान किया जाएगा। इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वाले लोगों को सम्मानित किया जाएगा। पिछले साल 23 जनवरी 2020 को मनसे ने पार्टी के झंडे का रंग बदलकर भगवा करने का फैसला लिया था। इससे पहले लोकसभा चुनाव और उसके बाद मुख्यमंत्री बनने के बाद शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे अयोध्या में जा चुके हैं।
भाजपा ने किया राज के इस कदम का स्वागत
दूसरी ओर विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने कहा कि यदि राज के अयोध्या दौरे से हिंदुत्व की भूमिका को मजबूती मिलती होगी तो उसका स्वागत होना चाहिए। दरेकर ने कहा कि राज की हिंदुत्व की भूमिका के बाद समान विचार धारा वाले यदि एक साथ आते हैं तो एक अच्छा वातावरण निर्माण हो सकता है। दरेकर ने कहा कि गठबंधन विचारधारा के आधार पर होता है। हालांकि महाविकास आघाड़ी इसकी अपवाद है।