नागपुर : एक और पॉजिटिव, कोरोना मरीजों की संख्या हुई 374, 18 डिस्चार्ज

नागपुर : एक और पॉजिटिव, कोरोना मरीजों की संख्या हुई 374, 18 डिस्चार्ज

Tejinder Singh
Update: 2020-05-19 16:48 GMT
नागपुर : एक और पॉजिटिव, कोरोना मरीजों की संख्या हुई 374, 18 डिस्चार्ज

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना मरीजों की संख्या के तेजी से बढ़ते ग्राफ में मंगलवार को थोड़ी राहत नजर आई, जब केवल एक सैंपल के पॉजिटिव आने के कारण कोरोना मरीजों की संख्या 374 पर अटक गई। पिछले कुछ दिनों से हर दिन मरीजों की संख्या में दहाई अंकों की बढ़ोतरी हो रही थी। मंगलवार को पॉजिटिव आया मरीज नारा राेड स्थित संतोषनगर का 45 वर्षीय पुरुष है। मरीज सर्दी खांसी और बुखार की शिकायत के कारण स्वयं मेयो पहुंचा था। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। इसके साथ ही मेडिकल से 17 और मेयो से एक मरीज को डिस्चार्ज किया गया है। मेयो में भर्ती गर्भवती महिला को कोरोना वार्ड से डिस्चार्ज कर प्रसुति विभाग में भर्ती किया गया है। मेडिकल से डिस्चार्ज किए 17 मरीजों में चार सतरंजीपुरा के और 13 मोमिनपुरा के हैं।
 
तेजी से घटी मरीजों की संख्या

कोरोना के मरीजों को डिस्चार्ज किए जाने संबंधी नई गाइडलाइन के कारण मेयो और मेडिकल में भर्ती मरीजों की संख्या में तेजी से कमी आई है। मंगलवार को डिस्चार्ज किए गए 18 मरीजों के बाद अब नागपुर में एक्टिव मामलों की संख्या 76 रह गई है। पिछले कुछ दिनों में बड़ी संख्या में मरीज डिस्चार्ज किए गए हैं। सोमवार को मेयो से तीन और मेडिकल से 43 मरीज डिस्चार्ज किए गए थे। इसके पहले रविवार को मेयाे से दस और मेडिकल से 19 मरीज डिस्चार्ज किए गए थे।
 
मेडिकल में भर्ती मरीज की पत्नी ने की आत्महत्या

वहीं मेडिकल में भर्ती हृदय रोग के मरीज की पत्नी ने मंगलवार को शौचालय की खिड़की में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना मंगलवार शाम 6:30 को सामने आई। मृतका ममता भीमराव भांडे (37) पांर्ढुणा निवासी का पति भीमराव भांडे (50 ) किसान है। वह मेडिकल के पिछले दो दिनों से वार्ड नंबर 24 में भर्ती है। उसका हृदय रोग का उपचार जारी है। मेडिकल प्रशासन की पुलिस को सूचना दे दी गई। मृतका के भाई ने बताया कि ममता के दो बच्चे 10 वर्षीय बेटा और 12 वर्षीय बेटी है। पिछले कुछ दिनों से वह डिप्रेशन में थी और बार-बार घर जाने की बात करती थी। घटना के समय वह शौचालय गई, 15 मिनट तक उसके बाहर नहीं आने पर भाई व अन्य रिश्तेदारों ने दरवाजा तोड़ दिया। ममता ने शौचालय की खिड़की लटककर जान दे दी थी। रिश्तदारों के अनुसार मृतका किसी तरह के पारिवारिक मतभेद या आर्थिक परेशानी में नही थी और न ही कोरोना से संबंधित मानसिक परेशानी में थी। 

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