यूनिवर्सिटी से जुड़ेंगे टाइगर टूरिज्म, फ्लाय एेश यूटिलाइजेशन, बांबू टेक्नोलॉजी जैसे कई पाठ्यक्रम

यूनिवर्सिटी से जुड़ेंगे टाइगर टूरिज्म, फ्लाय एेश यूटिलाइजेशन, बांबू टेक्नोलॉजी जैसे कई पाठ्यक्रम

Anita Peddulwar
Update: 2018-07-21 10:47 GMT
यूनिवर्सिटी से जुड़ेंगे टाइगर टूरिज्म, फ्लाय एेश यूटिलाइजेशन, बांबू टेक्नोलॉजी जैसे कई पाठ्यक्रम

डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्रदेश सरकार द्वारा नागपुर यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में कुलगुरुओं और प्र-कुलगुरुओं की कार्यशाला आयोजित की गई थी। मकसद था गैर कृषि विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रमों को रोजगार उन्मुख बनाने और विश्वविद्यालयों के अगले पांच वर्षों के प्रॉस्पेक्टिव प्लान की प्रस्तुतिकरण।

कार्यशाला में नागपुर यूनिवर्सिटी ने अपना प्रॉस्पेक्टिव प्लान प्रस्तुत किया। यूनिवर्सिटी अपने यहां 100 से अधिक रोजगार उन्मुख पाठ्यक्रम शुुरू करने की तैयारी कर रहा है। इसमें टाइगर टूरिज्म, फ्लाय एेश यूटिलाइजेशन, बांबू टेक्नोलॉजी, स्पोर्ट्स मेडिसिन, ऑनर्स इन सायकोलॉजी, कॉमर्स, स्पोर्ट्स मैनेजमेंट, एमए इन इंवायरमेंट इकोनॉमिक्स जैसे कई पाठ्यक्रमों का समावेश है।

यूनिवर्सिटी  प्रकुलगुरु डॉ. प्रमोद येवले ने यूनिवर्सिटी के प्रॉस्पेक्टिव प्लान के प्रस्तुतिकरण के दौरान यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि स्थानीय युवाओं को रोजगार दिलाने के उद्देश्य से यूनिवर्सिटी यह नए पाठ्यक्रम शुरू कर रहा है। इसी के साथ विश्वविद्यालय उद्योगों, मनपा, जिला परिषद, ग्राम पंचायत जैसी स्थानीय संस्थाओं से भी विश्वविद्यालय करार करेगा। 

स्थानीय युवाओं को मिले राेजगार
दरअसल प्रदेश सरकार द्वारा विश्वविद्यालयों में अभूतपूर्व बदलाव लाने की तैयारी की जा रही है। शिक्षा मंत्री विनोद तावडे का दावा है कि विश्वविद्यालयों द्वारा अधिक से अधिक कौशल आधारित और रोजगार उन्मुख पाठ्यक्रम शुरू करने से ही युवाओं को रोजगार मिलेगा। इसी कार्यशाला में उन्होंने अपना मनोगत व्यक्त किया था। ऐसे में नागपुर विश्वविद्यालय विदर्भ में मौजूद संसाधनों, उद्योग इकाइयों और मार्केट प्लेस को मद्देनजर रखकर इन नए पाठ्यक्रमों को शुरू करने की तैयारी कर रहा है।

नागपुर विश्वविद्यालय ने अपने प्रॉस्पेक्टिव प्लान को तैयार करने के लिए चार शाखाओं के अधिष्ठाता, बोर्ड ऑफ स्टडी सदस्यों और कॉलेज प्रतिनिधियों की टीम गठित की है। इसमें शामिल कॉमर्स शाखा के अधिष्ठाता डॉ. विनायक देशपांडे ने कहा कि यूनिवर्सिटी मौजूदा वक्त में जारी पाठ्यक्रमों को तो बरकरार रखेगा ही, साथ ही नए पाठ्यक्रम भी शुरू किए जाएंगे। ये नए पाठ्यक्रम इलेक्टिव या फिर स्वतंत्र कोर सब्जेक्ट के रूप में शुरू किए जाएंगे। यूनिवर्सिटी द्वारा नए पाठ्यक्रमों का निश्चित ही लाभ मिलने की संभावना व्यक्त की जा रही है।

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