रेलवे का रोबोट ‘उस्ताद’ अवार्ड लेकर गायब…

रेलवे का रोबोट ‘उस्ताद’ अवार्ड लेकर गायब…

Tejinder Singh
Update: 2019-08-10 12:38 GMT
रेलवे का रोबोट ‘उस्ताद’ अवार्ड लेकर गायब…

डिजिटल डेस्क, नागपुर। गाड़ियों की जांच करने के लिए रेलवे ने एक रोबोट बनाया था। जिसका नाम ‘उस्ताद’ रखा था। हुआ यूं कि, इस रोबोट के लिए संबंधित अधिकारी को जीएम अवार्ड से नवाजा गया, लेकिन वर्तमान में यह रोबोट कहीं काम करते दिखाई नहीं दे रहा है। अवार्ड लेकर ‘उस्ताद’ गायब हो गया है। विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि, प्रायोगिक तौर पर यह अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर रहा है, इसलिए इससे काम नहीं कराया जा रहा है, जबकि रेलवे इसे लेकर अपग्रेडेशन की बात कह रही है। नागपुर रेलवे स्टेशन से रोजाना 1 सौ से अधिक गाड़ियां आवागमन करती हैं। कुछ गाड़ियों के रख-रखाव का जिम्मा नागपुर विभाग के जिम्मे है, ऐसे में स्टेशन पर पीट लाइन पर गाड़ियों को कुछ देर खड़ा कर जांच-पड़ताल की जाती है। अब तक गाड़ियों की जांच मैन्युअली बारीकी से की जाती थी, लेकिन कई बार छोटी-छोटी खामियों को नहीं पकड़ा जा सकता था। इस समस्या से निपटने के िलए हाल ही में मैकेनिकल विभाग के एक अधिकारी ने ‘उस्ताद’ नामक एक रोबोट बनाया था, जो पीट लाइन पर खड़ी गाड़ियों की जांच करने वाला था। इसके  लिए इसे जीएम अवार्ड भी दिया गया था। 

इस तरह काम करने की अपेक्षा

जब रोबोट बनाया गया था, तब अपेक्षा की जा रही थी कि, नागपुर स्टेशन पर अब गाड़ियों की जांच रोबोट के माध्यम से ही होगी। हाईटेक कैमरों से लेस यह रोबोट गाड़ियों के नीच की जांच-पड़ताल कर हॉट एक्सेल, अंडरगियर डिफेक्ट, ब्रेक बाइंडिंग जैसे खतरों के संकेत देने वाला था। अब तक यह पूरी प्रक्रिया मैन्युअली थी। जिसके चलते कई बार खामियां रहती थीं। ऐसे में रोबोट आने से किसी तरह की खामियां नहीं रहने की उम्मीद की जा रही थी। 

एक सप्ताह में काम करने लगेगा

एस.जी. राव, सहायक वाणिज्य प्रबंधक के मुताबिक अभी रोबोट का अपग्रेडेशन हो रहा है। ऐसे में एक सप्ताह बाद इसे फिर से शुरू किया जाने वाला है। 

2 लाख की लागत से बनाया गया

सूत्रों की माने तो इस रोबाट में हाईटेक कैमरे लगे हैं। इसे एप के माध्यम से ऑपरेट कर सकते हैं। इसके माध्यम से मिलने वाली फुटेज बड़ी कर देखी जा सकती है। इस रोबोट को बनाने पर लगभग 2 लाख रुपए खर्च आया था। 


 

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