शिवसेना ने NCB पर लगाए गंभीर आरोप, सुप्रीम कोर्ट में लगाई गुहार

आर्यन के लिए सुप्रीम कोर्ट में शिवसेना शिवसेना ने NCB पर लगाए गंभीर आरोप, सुप्रीम कोर्ट में लगाई गुहार

Tejinder Singh
Update: 2021-10-18 16:59 GMT
शिवसेना ने NCB पर लगाए गंभीर आरोप, सुप्रीम कोर्ट में लगाई गुहार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भाजपा से किनारा कर शिवसेना में शामिल हुए किशोर तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट से ड्रग्स केस में जेल भेजे गए आर्यन खान के मौलिक मानवाधिकारों के उल्लंघन के मामले का स्वत: संज्ञान लेने और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की इस मामले में दुर्भावनापूर्ण शैली, दृष्टिकोण की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच कराने का अनुरोध किया है। तिवारी ने ई-मेल के जरिए भेजी याचिका में कहा है कि पिछले दो वर्षों से दुर्भावनापूर्ण उद्देशों के तहत एनसीबी के अधिकारी फिल्मी हस्तियों और कुछ मॉडलों को निशाना बना रहे है।

संविधान के अनुच्छेद 32 के तहत याचिका देते हुए तिवारी ने मुख्य न्यायाधीश से मामले में तत्काल हस्तक्षेप का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 32 के प्रावधानों के तहत सुप्रीम कोर्ट मौलिक अधिकारों के हनन से संबंधित हर मामले का संज्ञान लेने के लिए बाध्य हैं, जैसा कि संविधान के भाग 3 के तहत गारंटी दी गई है। एनसीबी द्वारा दर्ज अपराधों की श्रृंखला से संबंधित हाल में गिरफ्तार किए गए कुछ निर्दोष लोगों, जिसमें आर्यन खान (23) और अन्य आरोपी शामिल है, की जमानत याचिकाओं के फैसले को टालने का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में लाते हुए याचिका में कहा गया है कि जमानत याचिकाओं के शीघ्र निपटान में मुंबई स्थित विशेष एनडीपीएस कोर्ट की विफलता के कारण इन्हें अलोकतांत्रिक अवैध रुप से जेल में 17 रातों से जेल में रखा गया है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह संविधान में निहित जीवन और स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार की पूरी तरह से अवहेलना है।

एनसीबी और उसके अधिकारियों पर प्रतिशोध का आरोप लगाते हुए याचिका में यह भी कहा गया है कि मुंबई के क्षेत्रीय निदेशक (समीर वानखेडे) की पत्नी, जो एक मॉडल और सेलिब्रिटी हैं। इन्हें बॉलीवुड में काम नहीं मिल रहा है। संभवत: यहीं कारण है कि दबाव बनाने के उद्देश से पिछले 15-18 महीनों के दौरान एनसीबी के अधिकारी फिल्म उद्योग में केवल प्रमुख नाम, उनके परिवार, राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मॉडल, निर्माता-निर्देशक को एनसीबी जांच के दायरे में ला रही है। तिवारी ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच को भी पूरी तरह से एक असंबंधित दिशा में मोड़ दिया गया है। कथित एनसीबी बरामदगी मुंबई पुलिस की उपलब्धियों की तुलना में मामूली मजाक है या डीआरआई ने पिछले महीने गुजरात के मुंद्रा बदरगाह से 3000 किलोग्राम मादक पदार्थ जब्त किया गया था।
 
 

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