राजनीतिक षड़यंत्र में शिवसेना पदाधिकारी काे फंसाया, पुलिस ने की मनमानी

राजनीतिक षड़यंत्र में शिवसेना पदाधिकारी काे फंसाया, पुलिस ने की मनमानी

Tejinder Singh
Update: 2019-08-30 14:47 GMT
राजनीतिक षड़यंत्र में शिवसेना पदाधिकारी काे फंसाया, पुलिस ने की मनमानी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। रेत व्यवसायी से जबरन रुपयों की मांग के मामले को शहर शिवसेना ने निराधार कहा है। जिला प्रमुख प्रकाश जाधव ने कहा है कि राजनीतिक षड़यंत्र में शिवसेना पदाधिकारी चिंटू महाराज को फंसाया गया। आरटीओ के साथ पुलिस विभाग ने भी इस मामले में मनमानी की है। मौदा पुलिस के विरोध में न्यायालय जाने की तैयारी भी शहर शिवसेना की ओर से की गई है। मौदा पुलिस ने 26 अगस्त को चिंटू महाराज व अन्य आरोपियों के विरोध में रेत व्यवसायी से जबरन रुपये मांगने का प्रकरण दर्ज किया है। इस मामले को लेकर शिवसेना में खलबली मची है। आरोप है कि युवा सेना के अध्यक्ष आदित्य ठाकरे के नागपुर दौरे के लिए व्यवस्था के खर्च में सहयोग के बहाने से चिंटू महाराज ने रुपयों की मांग की थी। मौदा मार्ग के टोल नाके पर रात में रेत व्यवसायी को परेशान करने का प्रयास किया गया था। शुक्रवार को इस मामले को लेकर शिवसेना के जिला प्रमुख प्रकाश जाधव ने पत्रकार वार्ता में कहा कि चिंटू महाराज व अन्य शिवसैनिकों की आंदोलनकारी भूमिका को लेकर परेशान लोगों ने शिवसेना को बदनाम करने का प्रयास किया है। चिंटू महाराज व अन्य शिवसैनिकों ने रेत की अवैध ढुलाई का मामला उजागर किया है। मौदा मार्ग पर नाम बदलकर अवैध रेत व्यवसाय करनेवालों की कमी नहीं है। उनपर नियंत्रण के लिए शिवसेना की ओर से प्रयास किए जाते रहेंगे। शिवसैनिकों ने अवैध रेत ढुलाई के वाहन को थाने में जमा कराया है।

चिंटू महाराज मामले में शिवसेना के जिला प्रमुख का दावा

मौदा पुलिस स्टेशन में अवैध रेत ढुलाई का प्रकरण भी दर्ज है। पुलिस ने अवैध रेत व्यवसायियों पर कड़ी कार्रवाई करने के बजाय शिवसेना कार्यकर्ताओं के विरोध में प्रकरण दर्ज कर दिया। हालांकि यह प्रकरण जमानत योग्य है। चिंटू महाराज को मौदा पुलिस ने जमानत पर छोड़ दिया है। लेकिन नियोजित तरीके से उसे फरार आरोपी के तौर पर प्रचारित किया। दावा किया गया है कि चिंटू महाराज ने रुपयों की मांग की उसकी आडियो रिकार्डिंग है। लेकिन जो रिकार्डिंग सुनायी जा रही है वह काफी पुरानी है। उसका इस प्रकरण से कोई संबंध ही नहीं है। उस रिकार्डिंग में भी रुपयों की मांग का जिक्र नहीं है। जाधव ने यह भी कहा कि इस मामले को उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भी गंभीरता से लिया है। शिवसेना कानून के आड़े नहीं आएगी। लेकिन राजनीतिक दबाव में कार्रवाई का हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। पूर्व नागपुर में स्मार्ट सिटी प्रकल्प प्रभावितों के समर्थन में शिवसैनिकों के आंदोलन से भी राजनीति क्षेत्र के कुछ लोग परेशान होकर शिवसेना को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। पत्रकार वार्ता में चिंटू महाराज, यशवंत राहंगडाले, अजय दलाल, मंगेश कड़व व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। 

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