फिल्म झुंड की शूटिंग खत्म, लोगों को कम मिला मेहनताना

फिल्म झुंड की शूटिंग खत्म, लोगों को कम मिला मेहनताना

Anita Peddulwar
Update: 2019-01-30 06:44 GMT
फिल्म झुंड की शूटिंग खत्म, लोगों को कम मिला मेहनताना

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मराठी फिल्म सैराट के निर्माता निर्देशक नागराज मंजुले निर्देशित फिल्म झुंड की शूटिंग लगभग पूरी हो चुकी है। फिल्म की शूटिंग के लिए बिग बी लगभग 45 दिन तक शहर में रहे। इस दौरान बिग बी के साथ शहर के विभिन्न बस्तियों के दृश्य शूट किए गए। सेंट जॉन स्कूल में शूटिंग के लिए भव्य सेट भी तैयार किया गया। शूटिंग में मोहन नगर स्थित बस्ती के रहवासियों को लिया गया था। उन्हें 300 रुपए प्रतिदिन पेमेंट देने की बात कही गई थी, लेकिन 200 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से ही पेमेंट दी गई। फिल्म की शूटिंग मोमिनपुरा, मेकोसाबाग, सेंट जॉन स्कूल, पांजरा, रामटेक सहित शहर के अन्य स्थानों पर की गई। 

सेंट जॉन स्कूल में हुई अधिकांश शूटिंग
मोहन नगर स्थित सेंट जॉन स्कूल में अधिकतर सीन शूट किए गए। पीछे बस्ती में भी सीन शूट किए गए थे। बस्ती के रहवासियों को शूटिंग में काम करने का मौका दिया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, बस्ती के लोगों को 45 दिन की शूटिंग के लिए लिया गया। उन्हें कहा गया कि फिल्म की शूटिंग पूरी होने तक उन्हें पूरे समय उसी सेट पर रहना होगा। उन्हें मोबाइल पर बात करने की भी इजाजत नहीं थी।  

फिल्म में दिया गया छोटा रोल
बता दें कि फिल्म में अमिताभ बच्चन ने फुटबॉल कोच की भूमिका निभाई है, जो बस्ती के लड़कों को फुटबॉल सिखाते हैं। सूत्रों ने बताया कि फिल्म में बस्ती के कई लड़कों को रोल दिया गया। नाम नहीं बताने की शर्त पर फिल्म में रोल करने वाले एक लड़के ने बताया कि हमें प्रतिदिन 300 रुपए दिन देने की बात कही गई थी, लेकिन जब पेमेंट की बारी आई तो 200 रुपए के हिसाब से ही पेमेंट दी गई। अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म काम करने का सभी में भारी उत्साह था, लेकिन अपने रोल और मेहनताने को लेकर लोगों में नाराजगी देखी जा रही है।

 
 

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