लुकआउट नोटिस जारी होने से पहले परमबीर ने छोड़ा देश, नकली पासपोर्ट इस्तेमाल करने का भी अंदेशा

जांच एजेंसियों को शक लुकआउट नोटिस जारी होने से पहले परमबीर ने छोड़ा देश, नकली पासपोर्ट इस्तेमाल करने का भी अंदेशा

Tejinder Singh
Update: 2021-10-05 13:19 GMT
लुकआउट नोटिस जारी होने से पहले परमबीर ने छोड़ा देश, नकली पासपोर्ट इस्तेमाल करने का भी अंदेशा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। जांच एजेंसियों को शक है कि मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह लुकआउट नोटिस जारी होने से पहले ही देश छोड़कर भाग चुके थे। सिंह के छुट्टी पर जाने के करीब दो महीने बाद उनके खिलाफ पहला लुकआउट नोटिस जारी हुआ था। आशंका है कि सिंह ने देश से बाहर जाने के लिए नकली पासपोर्ट का इस्तेमाल किया होगा क्योंकि लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद किसी का एयरपोर्ट से बच निकलना लगभग असंभव होता है।

राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ हर महीने मुंबई के बारों से 100 करोड़ रुपए की जबरन वसूली का आरोप लगाने वाले सिंह के खिलाफ खुद भी जबरन वसूली और भ्रष्टाचार के कई मामले दर्ज हो चुके हैं। इसके अलावा एंटीलिया के बाहर विस्फोटक भरी कार बरामद होने और कारोबारी मनसुख हिरन की हत्या के मामले में भी वे संदेह के घेरे में हैं। इस मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कुछ दिनों पहले जो आरोपपत्र दायर किया था उसमें इस बात के साफ संकेत थे कि सिंह इस पूरे मामले में शामिल हो सकते हैं क्योंकि एनआईए को इस बात के सबूत मिले हैं कि सिंह ने विस्फोटक भरी कार खड़ी करने की जिम्मेदारी लेने वाले जैश उल हिंद नाम के कथित आतंकी संगठन से जुड़े टेलीग्राम संदेश पर मनचाही रिपोर्ट देने के लिए सिंह ने साइबर विशेषज्ञ को पांच लाख रुपए दिए थे।

साथ ही उन्होंने कुरकुरे बालाजी नाम के ईमेल एकाउंट से उन्होंने आईफोन पर फेसटाइम आईडी बनाया था जिसके जरिए वे मामले के आरोपियों से संपर्क में थे। एनआईए ने सिंह को समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन वे हाजिर नहीं हुए। मुंबई पुलिस कमिश्नर के पद से हटाकर होमगार्ड डीजी से नाराज सिंह खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए 7 मई से छुट्टी पर चले गए थे। वे चंडीगढ़ में थे और वहीं से छुट्टी बढ़ाने के लिए अर्जी दी थी। लेकिन उसके बाद उनका कोई पता नहीं चला। सिंह खिलाफ पहले लुकआउट सर्कुलर जुलाई मध्य में जारी किया गया। जांच एजेंसियों को शक है कि खुद को मामले में फंसता देख सिंह या तो नेपाल के रास्ते देश से बाहर भागे हैं या उन्होंने फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल किया है।

सिंह के खिलाफ एनआईए, राज्य खुफिया विभाग(एसआईडी) के साथ उनके लगाए देशमुख पर भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रही चांदीवाल कमेटी सिंह को कई बार समन भेज चुकी है लेकिन उनका कोई पता नहीं है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो भी उनके खिलाफ दो शिकायतों की जांच कर रहा है। ऐस में जांच एजेंसियों से बच रहे सिंह कहां हैं खुफिया एजेंसियां भी यह पता लगाने की कोशिश में जुटी हैं। उनके रूस से लेकर यूरोपीय देशों तक में होने की अटकलें लगाई जा रहीं हैं।  

 

Tags:    

Similar News