कड़ाके की ठंड में सेहत का रखें ध्यान, राहत पाने के लिए करें ये खास उपाय

कड़ाके की ठंड में सेहत का रखें ध्यान, राहत पाने के लिए करें ये खास उपाय

Anita Peddulwar
Update: 2018-12-31 10:44 GMT
कड़ाके की ठंड में सेहत का रखें ध्यान, राहत पाने के लिए करें ये खास उपाय

डिजिटल डेस्क, नागपुर। गर्मी के लिए प्रसिद्ध नागपुर में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। न्यूनतम तापमान अप्रत्याशित रूप से तीन-चार डिग्री तक पहुंच चुका है। शहर में सुबह व शाम में चलने वाली ठंडी हवाओं के कारण ठंड का असर और बढ़ते जा रहा है। ऐसे में सेहत संबंधी सावधानी रखने की विशेष जरूरत है। कड़ाके की ठंड में सेहत की देखभाल पर डॉ. सुनील बजाज से बातचीत की तो उन्होंने कुछ सुझआव दिए जो इस तरह है। 

गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करें
नागपुरवासियों को इस कदर सर्दी की आदत नहीं है। ऐसे में जरूरी है कि गर्म कपड़ों का ठीक से इस्तेमाल किया जाए। डॉ. बजाज के अनुसार छोटे बच्चों और बुजुर्गों के साथ-साथ आम लोगों को भी बगैर लापरवाही के गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करना चाहिए। बच्चों को नहाने के पहले या बाद में देर तक बगैर कपड़ों का रखना ठीक नहीं होगा। विशेष रूप से कान व सीने को ठंड से बचाना जरूरी है। घर से बाहर जाते हुए गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करना चाहिए। गर्म कमरें से सीधे ठंड में बाहर जाने से बचना चाहिए। 

दरवाजा-खिड़की बार-बार न खोलें
डॉ. बजाज के अनुसार घर के अंदर तापमान का स्तर 20 से 22 डिग्री पर सेट करना चाहिए। अगर एसी या हीटर का उपयोग नहीं कर रहे हों, तो दरवाजें, खिड़कियां बंद रखें। बार-बार दरवाजा न खोलें। फर्श पर चटाई या दरी बिछाने से पैरों में ठंड नहीं लगेगी। 

खानपान पर ध्यान
डॉ. बजाज के अनुसार ऐसे मौसम में खानपान का ध्यान रखना जरूरी है। खट‌्टी व ज्यादा ऑयली चीजें खाने से बचना चाहिए। ठंड में लोग पानी कम पीते हैं, ये ठीक नहीं है। पानी पीते रहना चाहिए। इससे डिहाइड्रेशन से बचाव होगा। विशेषकर फलों व ताजी सब्जियों को भाेजन में शामिल करना चाहिए। इस मौसम में आने वाले विटामिन सी से भरपूर फलों का उपयोग करना चाहिए। ताजे और गर्म खाना खाना चाहिए।

हाइपोथर्मिया का खतरा
अधिक ठंड में बच्चों और बुजुर्गों को हाइपोथर्मिया होने का खतरा ज्यादा होता है। इम्यूनिटी कमजोर होने की वजह से ऐसा होने की संभावना बढ़ जाती है। शरीर का तापमान सामान्य से नीचे पहुंच जाता है। ऐसी हालत में शरीर को गर्म रखना ज्यादा जरूरी होता है। ज्यादा ठंड नहीं सहन कर सकने वाले लोगों के हाथ-पैर ठंडे पड़ने लगते हैं। साथ ही पेट दर्द भी होने लगता है। 

छोटे बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल  
ठंड में छोटे बच्चों की देखभाल में सावधानी जरूरी है। उन्हें गीले कपड़ों में नहीं रखना चाहिए। इससे सर्दी लगने की आशंका बढ़ जाती है। बुजुर्गों की खुराक व दवा का भी ध्यान  रखना चाहिए। बुजुर्गों में गठिया जैसी समस्या ठंड में बढ़ सकती है। हृदय रोग के मरीजों को भी सावधानी बरतनी चाहिए। 

 

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