विद्यापीठ सभागृह को हरी झंडी, सीएम ने कहा था 3000 पर रखी जा रही 1500 सीटें

विद्यापीठ सभागृह को हरी झंडी, सीएम ने कहा था 3000 पर रखी जा रही 1500 सीटें

Anita Peddulwar
Update: 2018-05-18 08:13 GMT
विद्यापीठ सभागृह को हरी झंडी, सीएम ने कहा था 3000 पर रखी जा रही 1500 सीटें

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में दो से तीन हजार आसन क्षमता वाला भव्य सभागृह होना चाहिए। इसके लिए विद्यापीठ के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पूर्व मुख्यमंत्री वसंतराव नाईक के नाम से विद्यापीठ की जगह पर सभागृह बनाने का आश्वासन दिया था, लेकिन प्रत्यक्ष में नागपुर महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एनएमआरडीए) द्वारा विद्यापीठ की जमीन पर 1500 की आसन क्षमता का सभागृह तैयार करने के काम को मंजूरी प्रदान की है।

इसके लिए जल्द निविदा निकाली जाएगी। विद्यापीठ की प्रशासकीय इमारत के शिलालेख समारोह में मुख्यमंत्री से विद्यापीठ की ओर से दो से तीन हजार आसन क्षमता का भव्य सभागृह बनाने के लिए निधि उपलब्ध कराने की मांग की गई थी। इस मांग को मान कर मुख्यमंत्री ने दो से तीन हजार आसन क्षमता का सभागृह तैयार करने का आश्वासन दिया था। पूर्व मुख्यमंत्री वसंतराव नाईक के नाम पर सभागृह के लिए आरक्षण रखे 20 करोड़ रुपए देने का भी भरोसा दिया था।

इस संदर्भ में विद्यापीठ ने व्यवस्थापन परिषद में प्रस्ताव कर विद्यापीठ की अतिक्रमण वाली सात एकड़ जगह देने का निर्णय  लिया। अब इस जगह से अतिक्रमण हटाया गया। इस बीच एनएमआरडीए ने विद्यापीठ की जगह पर दो हजार की बजाए 1500 आसन क्षमता सभागृह का प्रस्ताव तैयार किए जाने की जानकारी है। इस बाबत जल्द निविदा जारी होने की चर्चा है। राज्य सरकार द्वारा मंजूर 20 करोड़ में से 15 करोड़ का खर्च आर्किटेक्ट द्वारा अपेक्षित है। अन्य काम का अनुमान भी जल्द लगाया जाएगा। 2020 तक सभागृह तैयार होने की संभावना है।  

इस तरह का होगा सभागृह  
तीन मंजिला सभागृह में जमीन के नीचे दो मंजिल रहेगी। इसमें से बालकनी में 500-500 की आसन क्षमता रहेगी। कलाकारों के लिए तीन मेकअप रूम तैयार किए जाएंगे। एक वीआईपी लाउंज तैयार किया जाएगा। इसमें मंत्री और वीआईपी कार्यक्रम शुरू होने तक प्रतीक्षा कर सकेंगे। सभागृह में 200 कार और 200 दो-पहिया वाहनों की पार्किंग की जगह होगी।  

हमें कोई आपत्ति नहीं  
विद्यापीठ की जगह पर बन रहे सभागृह की मालकी एनएमआरडीए के पास रहने पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन विद्यापीठ को इस सभागृह में आवश्यकता अनुसार और बिना शुल्क लिए कार्यक्रम देने की अनुमति की शर्त इसमें जोड़ी गई है।
(डॉ. सिद्धार्थविनायक काणे, कुलपति)  

एनएमआरडीए का दावा - मालकी हमारी  

विद्यापीठ के सात एकड़ जगह पर सभागृह की मालकी विद्यापीठ के पास रहेगी। सभागृह के मेंटिनेंस की जिम्मेदारी भी विद्यापीठ की होगी। व्यवस्थापन परिषद में भी यह निर्णय लिया गया, लेकिन एनएमआरडीए स्पष्ट इनकार कर रहा है। उसका कहना है कि सभागृह की मालकी और मेंटिनेंस की जिम्मेदारी एनएमआरडीए की रहेगी।  

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