मेट्रो से पॉल्यूशन पर रहेगा कंट्रोल,अंतिम मील तक जोड़ने का प्लान

मेट्रो से पॉल्यूशन पर रहेगा कंट्रोल,अंतिम मील तक जोड़ने का प्लान

Anita Peddulwar
Update: 2017-12-25 07:16 GMT
मेट्रो से पॉल्यूशन पर रहेगा कंट्रोल,अंतिम मील तक जोड़ने का प्लान

डिजिटल डेस्क,नागपुर। शहर से वास्ता रखने वाले बड़े मंत्रियों सहित संतरानगरीवासियों का ड्रीम प्रोजेक्ट बने मेट्रो का काम जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है लोग और भी उत्साहित हो रहे हैं। और अब इसे शीघ्र साकार होता देखना चाह रहे हैं। प्रशासन इस प्रोजेक्ट को हर लिहाज से परफेक्ट बनाने की तैयारी में है। चाहे बात लंबी दूरी को आसान बनाने की हो ,बेरोजगारी दूर करने की हो या फिर प्रदूषण मुक्ति की हर नजरिये से प्रोजेक्ट को पूर्ण किया जा रहा है।
मेट्रो रेल परियोजना को साकार करते वक्त नागरिकों के अंतिम मील को जोड़ने के लिए मेट्रो प्रशासन योजना साकार करने में लगा है। प्रदूषण के भार को कम करने के लिए, मेट्रो राइड को बढ़ावा देने व फीडर ट्रांसपोर्ट सेवा के विकल्पों को मजबूत करने की दिशा में काम किया जा रहा है। मल्टीमाडल इंटिग्रेशन के तहत मेट्रो के साथ बस और ऑटोरिक्शा जोड़ने का एक्शन प्लान तैयार किया गया है। साइकिल उपलब्ध कराने की भी सेवा मुहैया कराई जाएगी। इसके लिए 3 मीटर चौड़ी साइकिल ट्रैक तैयार की जाएगी। शुरुआत में अंबाझरी मेट्रो स्टेशन पर साइकिल ट्रैक बनाने की तैयारी की जा रही है। 
सार्वजनिक परिवहन पर निर्भरता 30 प्रतिशत तक बढ़ने की संभावना
परियोजना के प्रबंध निदेशक डॉ. ब्रजेश दीक्षित मेट्रो की राइड को सफल बनाने के लिए फीडर सर्विस शुरू करने पर विशेष जोर दे रहे हैं। वर्तमान स्थिति में 25 हजार ऑटोरिक्शा, 500 वैन, 10 लाख से अधिक दोपहिया, 1 लाख से अधिक चार चक्का वाहन और 450 सार्वजनिक बसों के अलावा एंबुलेंस, ट्रक, ऐप बेस्ड टैक्सियां दौड़ रही हैं। ये वाहन सड़कों को खराब करने के साथ यातायात व्यवस्था को खराब करते और प्रदूषण बढ़ाते हैं। इससे बचने के लिए एक छत के नीचे बोर्डिंग प्वाइंट उपलब्ध कराया जाएगा। एक अनुमान के अनुसार शहर की जनता 10 प्रतिशत सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पर निर्भर रहती है, इसके 30 प्रतिशत तक बढ़ने की संभावना है। इस लक्ष्य को साधने के लिए मेट्रो का मल्टीमाडल इंटिग्रेशन प्लान एक बेहतर विकल्प साबित होने का दावा मेट्रो प्रशासन ने किया है। 
 

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