दिव्यांगों को रोजगार के लिए किया जा रहा प्रशिक्षण

दिव्यांगों को रोजगार के लिए किया जा रहा प्रशिक्षण

Anita Peddulwar
Update: 2019-07-23 08:27 GMT
दिव्यांगों को रोजगार के लिए किया जा रहा प्रशिक्षण

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  दिव्यांगों को रोजगार के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षत करने की जरूरत होती है। शहर के म्यूर मेमोरियल अस्पताल में ‘आम्ची आम्चया आरोग्यसाठी यूथ फॉर जॉब’ सेंटर इस कार्य में लगा है। सेंटर की ओर से दिव्यांगों को राेजगार के लिए तैयार करने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन नियमित रूप से किया जाता है। 2016 से काम कर रहा सेंटर फिलहाल 30 सदस्यों के बैच को प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। इनमें से अधिकतर को बोलने और सुनने की परेशानी है। म्यूर मेमोरियल अस्पताल के परिसर में प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों के लिए नि:शुल्क रहने की भी व्यवस्था की गई है। 

इन्हें मिला मुकाम

स्वाति पालीवार डिस्कस थ्रो में  राष्ट्रीय स्तर की गोल्ड मेडलिस्ट हैं। वे अपने रोल मॉडल के बारे में बताने के लिए शटल का इशारा करती हैं। यानी सायना नेहवाल या पीवी सिंधु में से कोई एक। केक आइसिंग के दो माह के  प्रशिक्षण लेने के बाद अब वे एक केक शॉप में काम करती हैं। नागपुर के पास स्थित गांव की मीनू गजभिये नोयडा स्थित कॉल सेंटर में काम करती हैं। 

सॉफ्ट स्किल की ट्रेनिंग

संगठन के संस्थापक और निदेशक सतीश गोलवार के अनुसार भले ही सरकार देश में दिव्यांग लोगों की संख्या 2 से 3 प्रतिशत बताती हो, लेकिन इनकी संख्या 7 से 8 प्रतशित के बीच है। दो दशक से ऐसे लोगों के लिए प्रशिक्षण कार्य चला रहे गोलवार कहते हैं कि इन्हें रोजगार प्रदान करना समाज के साथ उनके संबंध को सबसे बेहतर बना सकता है। किसी भी असक्षता से ग्रस्त युवाओं को सेंटर आधारभूत प्रशिक्षण प्रदान करने के साथ वोकेशनल और सॉफ्ट स्किल का प्रशिक्षण प्रदान करता है।

होनहारों का सत्कार

एसएफएस स्कूल, सदर व एसएफएस ओल्ड बॉयज एसोसिएशन की ओर से स्कूल के 10वीं और 12वीं के टॉपर्स को सम्मानित किया गया। पिछले दिनों स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में बेहतरीन प्रदर्शन करने वालों को ट्राफी व नकद राशि प्रदान की गई। कार्यक्रम में स्कूल के प्रिंसिपल रेवरंड फादर प्रशांत, वाइस प्रिंसिपल सिस्टर ग्लैडियस, स्कूल के सुपरवाइजर अनिल लुइस, एसएफएस ओल्ड बॉयज एसोसिएशन के अध्यक्ष अरुणपाल सिंह बघेल, सचिव वेरनन फ्रेंकलिन और सदस्य मोहम्मद सूफियन, संतोष जार्ज, जसपाल अरोरा, संदीप सिह पदन, पूर्व शिक्षक इरिश वासु, वीरेंद्र कौर, रेने डॉरिश उपस्थित थे। 

ये हुए पुरस्कृत

दसवीं के पुरस्कृत छात्रों में अथर्व भांडाकर 93.80 प्रतिशत, लिएंडर बोर्डी 90.60 प्रति., साकेत नेमा 90.20 प्रति. अंक पाने वाले क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय क्रमांक पर रहे। विषय के टॉपर्स में अंग्रेजी में 88 प्रति. प्राप्त करने वाले अथर्व भांडारकर, मराठी में 83 प्रति. प्राप्त करने वाले साकेत नेमा, हिंदी में प्रसन्ना आर्य 88 प्रति., गणित में साकेत नेमा, बशिर खान, रविंद्रपाल सिंह खोकर को 100 फीसदी, विज्ञान में अर्थव भांडारकर 100 फीसदी और सामाजिक विज्ञान में अथर्व भांडारकर को 96 प्रतिशत को पुरस्कृत किया गया। 12वीं में काशिफ खान 73.69 प्रति., देवाशीष वानखेडे 73.38 प्रति. और पीयूष पितले 73.23 प्रति. अंक को पुरस्कृत किया गया। विषयवार पुरस्कार अंग्रेजी में धारियन 91 प्रतिशत, हिंदी में ऋषिकेश चौधरी 93 प्रतिशत, गणित शैजान मोहम्म्द खान 71 प्रतिशत, रसायन मोहम्मद खान व काशिफ खान 90 प्रतिशत और प्राणीशास्त्र में शोयब मोहम्मद को 78 प्रतिशत के लिए पुरस्कृत किया गया।

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