प्रेमी नहीं माना तो ब्यूटी पार्लर संचालिका ने भाई और पति के साथ मिलकर की हत्या

प्रेमी नहीं माना तो ब्यूटी पार्लर संचालिका ने भाई और पति के साथ मिलकर की हत्या

Bhaskar Hindi
Update: 2018-07-23 08:36 GMT
प्रेमी नहीं माना तो ब्यूटी पार्लर संचालिका ने भाई और पति के साथ मिलकर की हत्या

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। रांझी थाना क्षेत्र स्थित मोहनिया की पहाड़ी में युवक की जली हुई लाश के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज हत्या का पर्दाफाश किया है। इस हत्याकांड की मास्टरमाइंड एक ब्यूटी पार्लर संचालिका है। मृतक ब्यूटीशन का प्रेमी था, लेकिन उसने छः महीनों से ब्यूटीशियन से दूरियां बना लीं थीं। काफी मनाने के बाद जब प्रेमी नहीं माना तो ब्यूटीशियन ने अपने पति और भाई के साथ मिलकर उसका बेरहमी से कत्ल कर दिया। सबूत मिटाने के लिए सभी लोगों ने लाश को जंगल में ले जाकर पेट्रोल डालकर जला दिया था।

अवैध संबंधों के चलते हुई इस हत्या के बाद दो परिवार बर्बाद हो गए और पांच मासूम बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ गया है, जिसमें तीन बच्चे हत्या करने वाली महिला के हैं और दो मृतक के हैं।

उल्लेखनीय है कि शनिवार की सुबह रांझी मोहनिया की पहाड़ी में एक युवक की जली हुई लाश मिली थी। लोगों की सूचना पर पुलिस ने जांच करते हुए मृतक के शरीर में एक काली माता का लॉकेट और कड़े के साथ कम्बल के अधजले टुकड़े बरामद किए थे। इसी बीच ग्वारीघाट थाने में ललपुर निवासी राजकुमार यादव 35 वर्षीय की गुमशुदगी दर्ज हुई, लॉकेट और कड़े के आधार पर लाश की शिनाख्त राजकुमार यादव के रूप में उसके परिजनों ने की। शिनाख्त होने के बाद पुलिस ने राजकुमार के मोबाइल की कॉल डिटेल और निजी जानकारियां जुटाने के बाद सगड़ा निवासी गायत्री तिवारी 34 वर्षीय को हिरासत में ले लिया।

छुटकारा चाहती थी इसलिए मार दिया
एसपी अमित सिंह ने बताया कि हिरासत में लेने के बाद गायत्री तिवारी से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह मेडिकल कॉलेज के पास ब्यूटीपार्लर का संचालन करती है। उसका पति अशोक तिवारी बेरोजगार था, करीब 10 सालों पहले उसकी दोस्ती राजकुमार यादव से हुई थी और दोनों के बीच अफेयर शुरू हो गया। इस दौरान वे लोग कई बार अकेले कई-कई दिनों तक शहर के बाहर भी घूूमने गए थे। लेकिन 6 महीनों से राजकुमार उसे परेशान कर रहा था, जिससे छुटकारा पाने के लिए उसने अपने पति अशोक और भाई धर्मेन्द्र चौबे के साथ प्लानिंग कर उसकी हत्या कर दी।

राजकुमार ने बना लीं थीं दूरियां
गायत्री ने पुलिस को दिए बयानों में राजकुमार पर परेशान करने का आरोप लगाया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि गायत्री ने एक वर्ष पूर्व गढ़ा थाने में राजकुमार के खिलाफ परेशान करने की शिकायत भी की थी। लेकिन विगत 6 महीने से राजकुमार ने गायत्री से पूरी तरह दूरियां बना लीं थीं। गायत्री उसे मनाने के लिए काफी पीछे पड़ी थी, कुछ दिन पूर्व गायत्री राजकुमार के ललपुर स्थित घर भी पहुंच गई थी। जिससे परेशान होकर घटना से दो दिन पहले वह गायत्री से मिलने पहुंचा था और फिर दोनों ने पांच घंटों तक कई जगहों पर शॉपिंग भी की थी।

सोते समय सिर में हमला करके मारा
गायत्री समझ चुकी थी कि राजकुमार अब उसके साथ नहीं रहेगा। दरअसल गायत्री के साथ राजकुमार उसके बेरोजगार पति अशोक तिवारी की जरूरतों को पूरा करता था। लेकिन 6 महीनों से अशोक को भी राजकुमार से कोई आर्थिक मदद नहीं मिली थी, इसलिए वह भी उससे नाराज था। इधर बहन के साथ खुलेआम अवैध संबंध रखने के कारण धर्मेन्द्र भी राजकुमार से नाराज था।

इसी बात का फायदा उठाकर गायत्री ने पति और भाई राजकुमार द्वारा परेशान करने की बात कही और फिर गायत्री ने उसे रांझी बड़ा पत्थर सरस्वती स्कूल के पास रहने वाले अपने भाई धर्मेन्द्र चौबे के घर बुला लिया। रात में राजकुमार जब सो गया तो धर्मेन्द्र ने सोते समय उसके सिर में डंडे से ताबड़तोड़ हमला करके मौत के घाट उतार दिया, फिर जीजा अशोक के साथ मिलकर चादरों और कंबल में उसकी लाश लपेटकर एक्टिवा से लाश को मोहनिया पहाड़ी पर ले गए, जहां अशोक ने पेट्रोल डालकर लाश में आग लगा दी थी। पुलिस ने गायत्री के साथ उसके भाई धर्मेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन गायत्री का पति अशोक तिवारी फरार हो गया है, जिसकी तलाश चल रही है।  

बेकसूर बच्चों को भुगतनी होगी सजा
राजकुमार और गायत्री के बीच अवैध संबंधों के कारण पहले से ही दोनों के परिवार परेशान थे। लेकिन अब राजकुमार की हत्या के बाद उसके दो मासूम बच्चों के सिर से पिता का साया छिन गया। वहीं उसकी हत्या के आरोप में गायत्री अपने भाई के साथ जेल चली गई, जबकि उसका पति अशोक फरार है। गायत्री की दो बेटियां और एक बेटा है, जिनकी देखरेख करने वाला कोई नहीं है। 5 से 12 साल की उम्र के पांचों बच्चे बेकसूर हैं, लेकिन उन्हें अपने माता-पिता की गल्तियों की सजा जीवन भर भुगतनी पड़ेगी।

 

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