87 बिलियन डॉलर की लागत से आपस में जुड़ेंगी देश की नदियां

87 बिलियन डॉलर की लागत से आपस में जुड़ेंगी देश की नदियां

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-01 09:48 GMT
87 बिलियन डॉलर की लागत से आपस में जुड़ेंगी देश की नदियां

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। बाढ़ जैसी आपदा से निपटने के लिए सरकार ने अब ठोस कदम उठाने का फैसला लिया है। दरअसल देश के कई राज्यों में जारी बाढ़ के कहर से निपटने के लिए केंद्र सरकार 87 बिलियन डॉलर की लागत से नदियों को आपस में जोड़ने का प्रोजेक्ट शुरू करने जा रही है। इस प्रोजेक्ट का मकसद देश को सूखे और बाढ़ से मुक्ति दिलाना है।

एनडीटीवी की खबर के मुताबिक प्रोजेक्ट पर इसी महीने से काम शुरू हो जाएगा। आपकों बता दें कि पू्र्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में देश की नदियों को आपस में जोड़े जाने की योजना की नींव रखी गई थी। इसके लिए एक टीम बनाई थी जिनका काम देश की करीब 60 नदियों को आपस में जोड़ने की योजना पर काम करना था।

सूत्रों के मुताबिक योजना के पहले चरण की शुरुआत के लिए सेंट्रल मंजूरी दे चुका है। बताते चलें कि इस प्रोजेक्ट के तहत गंगा नदी के साथ देश की अन्य 60 नदियों की जोड़ दिया जाएगा। इसके तहत पहले चरण में 22 किमी लंबी नहर के जरिए केन नदी को बेतवा नदी से जोड़ा जाएगा। इसके अलावा गंगा, गोदावरी और महानदी को दूसरी नदियों से जोड़ा जाएगा। गौरतलब है कि देश में हर साल बाढ़ और सूखे के चलते भारी नुकसान होता है। इस योजना से सरकार को उम्मीद है कि देश को सूखे और बाढ़ से निपटने में मदद मिल सकेगी, साथ ही नदियों को आपस में जोड़ने से लाखों मेगावॉट बिजली भी पैदा की जा सकेगी।

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