खट्टर सरकार को कांग्रेस ने बताया 'निकम्मी', बीजेपी ने दी क्लीनचीट
खट्टर सरकार को कांग्रेस ने बताया 'निकम्मी', बीजेपी ने दी क्लीनचीट
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बाबा गुरमीत राम रहीम को पंचकूला की सीबीआई अदालत में दोषी ठहराए जाने के बाद हरियाणा में हुए हिंसक प्रदर्शनों पर कांग्रेस ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस ने हरियाणा की खट्टर सरकार को निकम्मी सरकार बताया है। कांग्रेस ने कहा है कि ऐसी निकम्मी राज्य सरकार को बर्खास्त कर वहां राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए। उधर बीजेपी हाईकमान ने इस पूरे मामले में खट्टर सरकार को क्लीनचीट दे दी है।
निकम्मी सरकार
कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने हरियाणा में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। उन्होंने हरियाणा सरकार को हिंसा रोकने में पूरी तरह "विफल" करार देते हुए राज्य सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है। सिंघवी ने कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि सात दिन पहले से चेतावनी मिलने के बाद भी हरियाणा और केंद्र की सरकारें नपुंसक, मूकदर्शक बनी रहीं। सिंघवी ने साथ ही कहा कि मरने वालों की जो संख्या बताई जा रही है, वह उससे कहीं अधिक है। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी अपने मित्र खट्टर को बचाना चाहते हैं।
बीजेपी ने दी क्लीनचीट
बाबा राम रहीम पर फैसले के बाद हिंसक प्रदर्शनों को रोकने में नाकामयाब हुई खट्टर सरकार को बीजेपी हाईकमान ने क्लीनचीट दे दी है। राज्य सरकार का बचाव करते हुए हरियाणा में बीजेपी के प्रभारी अनिल जैन ने कहा कि प्रदर्शनों में हुई मौतों और सरकारी संपत्ति को हुआ नुकसान दुखद है लेकिन इसके बाद सरकार ने फौरन कदम उठाए और कुछ घंटों के भीतर ही हिंसा पर नियंत्रण पा लिया। उन्होंने कहा, "अगर समर्थकों पर कठोर एक्शन लिया जाता तो स्थिति और बिगड़ सकती थी।"
बीजेपी के हरियाणा प्रभारी के इस बयान के बाद साफ प्रतीत हो रहा है कि हाईकमान फिलहाल मनोहर लाल खट्टर को सीएम पद से हटाना नहीं चाहती। खबरें तो यह भी हैं कि बीजेपी हाईकमान चाहता था कि डेरा समर्थकों पर अधिक बल प्रयोग नहीं किया जाए।