सेना के जवान का नहीं हुआ अपहरण, रक्षा मंत्रालय ने जारी किया बयान

सेना के जवान का नहीं हुआ अपहरण, रक्षा मंत्रालय ने जारी किया बयान

Bhaskar Hindi
Update: 2019-03-09 03:45 GMT
सेना के जवान का नहीं हुआ अपहरण, रक्षा मंत्रालय ने जारी किया बयान

डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में जवान मोहम्मद यासीन के अपहरण होने की सच्चाई सामने आ गई है। शुक्रवार शाम लापता जवान यासीन को लेकर संदेह था कि आतंकवादियों ने उनका अपहरण कर लिया है, मगर यह बात पूरी तरह गलत निकली। रक्षा मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर मोहम्मद यासीन के अपहरण होने की खबरों का खंडन किया है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि वह पूरी तरह से सुरक्षित है और अटकलबाजियों से दूर रहे। 

 

 

इससे पहले खबर थी कि मध्य कश्मीर के बडगाम जिले से आतंकियों ने जवान मोहम्मद यासीन का अपहरण कर लिया है। यासीन 15 दिन की छुट्टी पर घर आया हुआ था। घटना के बाद पूरे इलाके में घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया गया था। जवान यासीन उत्तराखंड के देहरादून में तैनात था। 

इससे पहले आतंकवादियों ने पिछले साल शोपियां जिले में सेना के जवान औरंगजेब को छुट्टी पर घर जाने के दौरान अगवा कर लिया था और बाद में उनकी हत्या कर दी थी। हत्या से पहले आतंकियों ने औरंगजेब का एक वीडियो भी बनाया था। औरंगजेब आतंकी समीर टाइगर को मार गिराने वाली सेना की टीम में शामिल थे। 30 अप्रैल को सेना ने एक मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिद्दीन के शीर्ष कमांडर समीर टाइगर और उसके साथी अकीब को मार गिराया था। इसी से आतंकी बौखलाए हुए थे। 

औरंगजेब की हत्या के बाद आतंकियों ने शोपियां में एक पुलिसवाले को भी अपना निशाना बनाया था। आतंकियों ने पुलिसकर्मी जावेद अहमद डार को किडनैप कर मौत के घाट उतार दिया। मृतक पुलिसकर्मी जावेद शोपियां के वेहली काचडोगरा इलाके में रहते थे। आतंकियों ने उन्हें घर के पास मेडिकल की दुकान से उन्हें किडनैप किया था। वर्ष 2017 में भी ऐसे ही एक मामले में सेना के लेफ्टिनेंट उमर फैयाज को आतंकियों ने किडनैप कर लिया था और उनकी हत्या कर दी थी।


 

 

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