कर्नाटक में नहीं करेंगे गठबंधन, विकास और हिंदुत्व के एजेंडे पर लड़ेंगे चुनाव: शाह

कर्नाटक में नहीं करेंगे गठबंधन, विकास और हिंदुत्व के एजेंडे पर लड़ेंगे चुनाव: शाह

Bhaskar Hindi
Update: 2018-03-31 07:47 GMT
कर्नाटक में नहीं करेंगे गठबंधन, विकास और हिंदुत्व के एजेंडे पर लड़ेंगे चुनाव: शाह

डिजिटल डेस्क, मैसूर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अपने कर्नाटक दौरे पर एक बड़ा ऐलान किया है। शाह ने कहा है कि BJP कर्नाटक विधानसभा चुनाव में किसी भी राजनीतिक दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। BJP के गठबंधन की स्मभाव्नाओं से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि BJP सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी और अपने दम पर सरकार बनाएगी। कर्नाटक दौरे पर पहुंचे  BJP अध्यक्ष ने मैसूर में प्रेस कांफ्रेंस सिद्धारमैया सरकार को अपने घेरे में लेते हुए कहा कि, "सिद्धारमैया की "कमीशन सरकार" का समय जल्द ही समाप्त होने वाला है।" उन्होंने सूबे की सरकार पर लिंगायतों के वोटों का ध्रुवीकारण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सिद्धारमैया सरकार लिंगायत वोटों का ध्रुवीकरण करना चाहती है लेकिन यहां की जनता चौकन्नी है। लिंगायत को अलग धर्म का दर्जा दिए जाने के बारे में अगर सिद्धारमैया इतने गंभीर थे तो चार साल तक उन्होंने क्यों कुछ नहीं किया। चुनाव से ठीक पहले इसका ऐलान क्यों किया। चुनाव संपन्न होने के बाद उनकी पार्टी लिंगायत मुद्दे पर अपना स्टैंड स्पष्ट करेगी।

 

 

 

भगवा विचारधारा को रोक पाना मुश्किल 


अमित शाह ने चुनाव के दौरान उनकी पार्टी के एजेंडे पर बोलते हुए कहा कि कर्नाटक में BJP विकास और हिंदुत्व के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कांग्रेस पर कड़ा हमला बोलते हुए कहा कि सोनिया और राहुल की कांग्रेस हिन्दुओं को बांटने में जुटी हुई हैं। शाह ने प्रदेश में BJP कार्यकर्ताओं पर हुए हमलों पर प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा, "यदि सिद्धारमैया को लगता है कि BJP और RSS के कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा करके भगवा विचारधारा को रोका जा सकता है, तो वे इस जगह पर बिलकुल गलत हैं।" बता दें कि शाह ने पुराने मैसूर से अपने कर्नाटक दौरे की शुरुआत की है। पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान BJP ने यहां पर एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई थी। शाह अपनी इस दो दिवसीय यात्रा के दौरान मैसूर, चामराजनगर, मांड्या और रामनगर जिलों का दौरा करेंगे। शाह ने कहा कि उनकी पार्टी सिद्धारमैया को हटाकर येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री ही नहीं बनाना चाहती, बल्कि ऐसा बड़ा बदलाव भी लाना चाहती है जिससे कर्नाटक राज्य को विकास के पथ पर आगे ले जाया जा सके। बता दें कि राज्य की सभी 224 सीटों पर 12 मई को मतदान होना है, जबकि मतगणना 15 मई को होगी। 

 

 

 

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