गुटखा किंग की अंतिम विदाई में बेटियों ने मनाया ऐसा जश्न, देखते ही रह गए लोग

गुटखा किंग की अंतिम विदाई में बेटियों ने मनाया ऐसा जश्न, देखते ही रह गए लोग

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-12 05:52 GMT
गुटखा किंग की अंतिम विदाई में बेटियों ने मनाया ऐसा जश्न, देखते ही रह गए लोग

डिजिटल डेस्क, नोएडा। किसी की भी अंतिम विदाई में आप क्या करते हैं? रोते है या परिवार को सहानुभूति देते हैं, लेकिन अगर किसी के घर आप शोक में शामिल होने जाएं और वहां जश्न मन रहा हो तो शायद आप घर का एड्रेस दो बार चेक करेंगे कि, कही गलत घर में तो नहीं आ गए। किसी की भी अंतिम विदाई को जश्न के रूप में देखना अजीब लगता है, लेकिन उत्तरप्रदेश के नोएडा में जिसने भी इस अंतिम विदाई में बैंड-बाजा देखा वो देखता ही रह गया। बता दें कि ये अंतिम यात्रा थी,मशहूर उद्योगपति और गुटखा किंग हरिभाई लालवानी की, जिन्हें उनकी चार बेटियों ने बड़ी ही धूमधाम के साथ विदाई दी। बैंड बाजे के साथ बेटियों ने नचते हुए पिता को दुनिया से रुखसत किया। ये किसी बारात के निकलने जैसा सीन था। 

                                

दरसअल बेटियां अपने पिता की अंतिम इच्छा को पुरा कर रहीं थीं। हरिभाई ने परिवार के सामने ये इच्छा रखी थी कि उनकी मौत के बाद उन्हें रोते हुए विदा ना किया जाए, बल्कि उनकी अंतिम यात्रा किसी उत्सव की तरह निकाली जाए। हरिभाई का कोई बेटा नहीं है, इसलिए पत्‍‌नी मधु लालवानी सहित चारों बेटियां अनिता लालवानी, दीप्ति लालवानी, रितिका लालवानी, यामिनी लालवानी ने उनकी अंतिम इच्छा को पूरा किया।

                                 

हरिभाई की अंतिम उत्सव यात्रा को उनके निवास सेक्टर-40 से निकाल कर पूरे सेक्टर में पहले घुमाया गया। इसके बाद सेक्टर-94 स्थित अंतिम निवास पर ले जाया गया। यहां पर उनके अंतिम उत्सव में शामिल होने के लिए भारी हुजूम जमा था। बता दें कि दो सप्ताह पहले हरी भाई मुंबई गए थे, जहा तबियत खराब हो गई। उपचार के बाद ठीक हो गए थे। आठ नवंबर की सुबह अचानक फिर तबियत खराब होने पर फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 9 नवंबर को रात 12 बजे उनकी मृत्यु हो गई। 

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