JNU Violence: छात्रों पर हमला 26/11 अटैक की तरह- सीएम उद्धव, सोमैया बोले कसाब से तुलना शहीदों का अपमान

JNU Violence: छात्रों पर हमला 26/11 अटैक की तरह- सीएम उद्धव, सोमैया बोले कसाब से तुलना शहीदों का अपमान

Bhaskar Hindi
Update: 2020-01-06 09:26 GMT
JNU Violence: छात्रों पर हमला 26/11 अटैक की तरह- सीएम उद्धव, सोमैया बोले कसाब से तुलना शहीदों का अपमान
हाईलाइट
  • छात्रों में भय का माहौल
  • उनमें आत्मविश्वास पैदा करना होगा- उद्धव ठाकरे
  • संघ परिवार को अपनी शैतानी योजना हर हाल में छोड़ना होगा- पिनाराई विजयन

डिजिटल डेस्क, मुंबई। जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में छात्रों पर हुए हमले का हर जगह विरोध हो रहा है। अब राजनीतिक पार्टियों ने इस मुद्दे पर अपनी रोटियां सेकनी शुरू कर दी है। सभी दल एक दूसरे पर आरोप मढ़ रहे हैं। वहीं महाराष्ट्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जेएनयू हिंसा की तुलना मुंबई 26/11 हमले से कर दी है। ठाकरे ने कहा कि जो कल(रविवार) को हुआ। वह कुछ ऐसा था जिसे 26/11 के बाद देख रहे हैं। सभी को पता होना चाहिए कि नकाब के पीछे कौन है। उन्होंने कहा कि युवाओं को विश्वास में लेने की आवश्यकता है, युवा आत्मविश्वास खो रहा है। 


सीएम ठाकरे ने कहा, छात्रों में भय का माहौल है। हम सभी को एक-साथ आगे आने की जरूरत है। छात्रों में आत्मविश्वास पैदा करना होगा। वहीं कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि 26/11 आतंकवादी बाहर से आए थे। जेएनयू वाले यहां रहने वाले हैं और आतंक फैला रहे हैं। 

संघ परिवार विश्वविद्यालयों को चुप कराने की योजना छोड़े- विजयन

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने जेएनयू में हुए हमले की निंदा की और कहा कि संघ परिवार को खूनखराबा कर विश्वविद्यालयों को चुप कराने की अपनी शैतानी योजना हर हाल में छोड़ देनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, जेएनयू के छात्रों और शिक्षकों पर हमला, हिंसोन्माद, असहिष्णुता का एक भयावह प्रदर्शन है। हमले की व्यापकता से साजिश की सीमा का पता चलता है। संघ परिवार को खूनखराबे के जरिए विश्वविद्यालयों को चुप कराने की अपनी इस इस शैतानी साजिश को हर हाल में त्याग देनी चाहिए। याद रखें, वे छात्र सभी के लिए बोल रहे हैं। 

भाजपा कार्यालय के सामने प्रदर्शन

राष्ट्रवादी युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जेएनयू में विद्यार्थियों पर हमले के विरोध में सोमवार को भाजपा कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदेशाध्यक्ष महबूब शेख की अगुआई में राष्ट्रवादी युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस ने बाद में प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया।


एबीवीपी का भी विरोध

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े करीब  विद्यार्थियों ने रुइया कॉलेज के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने वामपंथी और जेएनयूएसयू छात्र संगठनों पर कैंपस में हिंसा फैलाने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। एबीवीपी मुंबई के महासचिव अनिकेत आव्हाल ने दावा किया कि एबीवीपी के विद्यार्थियों पर हमला हुआ जिसमें 23 छात्र घायल हैं और 11 लापता हैं। प्रदर्शनकारियों ने ये अंदर की बात है पुलिस हमारे साथ है जैसे नारे भी लगाए। 

अजमल कसाब से तुलना शहीदों का अपमानः सोमैया 

दूसरी तरफ मुख्यमंत्री के जेएनयू हिंसा को आंतकी हमले से तुलना करने पर भाजपा ने हमला किया है। भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने कहा कि जेएनयू हिंसा की निंदा हम भी करते हैं लेकिन जेएनयू हिंसा को आंतकी हमले को अंजाम देने वाले अजमल कसाब से तुलना करना शहीदों का अपमान है। मुख्यमंत्री कांग्रेस और तुष्टीकरण की राजनीति में इतनी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं कि कभी-कभी डर लगता है कि आलोचना करते समय उनका संतुलन बना रह पाएगा या नहीं। 

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