विपक्ष से कौन होगा पीएम उम्मीदवार? खड़गे बोले- पहले बकरीद में बचेंगे, तभी तो मुर्हरम में नाचेंगे

विपक्ष से कौन होगा पीएम उम्मीदवार? खड़गे बोले- पहले बकरीद में बचेंगे, तभी तो मुर्हरम में नाचेंगे

Bhaskar Hindi
Update: 2018-08-29 16:58 GMT
विपक्ष से कौन होगा पीएम उम्मीदवार? खड़गे बोले- पहले बकरीद में बचेंगे, तभी तो मुर्हरम में नाचेंगे
हाईलाइट
  • खड़गे ने कहा- कांग्रेस की पहली प्राथमिकता प्रधानमंत्री का पद नहीं बल्कि मोदी को हटाना है।
  • मल्लिकार्जुन खड़गे बोले- पहले बकरीद में बचेंगे
  • तो ही मुर्हरम में नाचेंगे।
  • विपक्ष से पीएम उम्मीदवारी के सवाल पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने दिया दिलचस्प जवाब।

डिजिटल डेस्क, मुंबई। केंद्र की मोदी सरकार को सत्ता से हटाने की जुगत में भिड़े महाराष्ट्र प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे की बुधवार को जुबान फिसल गई। विपक्ष से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा, इसके जवाब में उन्होंने एक मुहावरे का इस्तेमाल करते हुए कहा कि ‘पहले बकरीद में बचेंगे, तो ही मुहर्रम में नाचेंगे"। जबकि मुहर्रम का दिन मातम का होता है। इसमें नाचा नहीं जाता। बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मीडिया से मुखातिब होते हुए। उन्होंने कहा कि विपक्ष की पहली प्राथमिकता भाजपा सरकार को हटाना है, प्रधानमंत्री कौन बनेगा? यह उस वक्त तय कर लिया जाएगा। खड़गे ने कहा कि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की पहली प्राथमिकता प्रधानमंत्री का पद नहीं बल्कि मोदी को हटाना है।

खड़गे ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि इस सरकार ने झूठ बोलने के अलावा कुछ नहीं किया। खड़गे ने कहा, "देश में 6.38 लाख गांव हैं, जिसमें 6.25 लाख गांवों में बिजली पहुंचाई गई लेकिन 13,000 गांवों में कांग्रेस सरकार बिजली नहीं पहुंचा सकी। अब भाजपा आरोप लगाती है कि हमने बिजली नहीं पहुंचाई। 13,000 गांवों में बिजली पहुंचाकर वाहवाही लूट रहे हैं, हमने जो सवा लाख गांवों में बिजली पहुंचाई उसका क्या? बोफोर्स तोप खरीदी में कांग्रेस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर ये सत्ता में आए फिर भी आज भी बोफोर्स का राग अलाप रहे हैं।" कांग्रेस नेता ने कहा कि हमारी सरकार के समय राफेल विमान की कीमत 650 करोड़ रुपये थी लेकिन मोदी सरकार ने उसी राफेल विमान की खरीदी 1650 करोड़ रुपये में कर रही है।

31 अगस्त से कांग्रेस की संघर्ष यात्रा

आगामी 31 अगस्त से कांग्रेस पार्टी पश्चिम महाराष्ट्र से मोदी सरकार के खिलाफ संघर्ष यात्रा शुरू कर रही है। 31 अगस्त को संघर्ष यात्रा की शुरुआत कोल्हापुर से होगी। 8 सितंबर तक चलने वाली इस यात्रा के दौरान कोल्हापुर, सातारा, सांगली, सोलापुर व पुणे जिले के लोगों से पार्टी नेता संवाद करेंगे। संघर्ष यात्रा के पहले चरण के समापन पर पुणे में 8 सितंबर को जनसभा का आयोजन होगा। इस संघर्ष यात्रा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण सहित राज्य के सभी वरिष्ठ कांग्रेस नेता शामिल होंगे।

इसलिए राकांपा चाहती है बराबरी का हिस्सा

आगामी लोकसभा चुनाव  के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने महाराष्ट्र में लोकसभा की आधी सीटों पर दावा किया है, लेकिन कांग्रेस नेता इसके लिए तैयार नहीं हैं। 2014 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस-राकांपा ने मिल कर लड़ा था। कांग्रेस की अपेक्षा राकांपा ने कम सीटों पर लड़ कर अधिक सीटे जीती थी। बीते लोकसभा चुनाव में दोनों दलों में हुए समझौते में कांग्रेस को 26 और राकांपा को 22 सीटे मिली थी। इनमें से कांग्रेस को सिर्फ दो सीटों हिंगोली और नांदेड में जीत मिली जबकि राकांपा ने 4 सीटों पर जीत हासिल की। राकांपा नेता कहते हैं कि चुनाव परिणामों से साबित हुआ है कि महाराष्ट्र में राकांपा अपने सहयोगी दल कांग्रेस से कम नहीं है। 2009 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस-राकांपा गठबंधन 25 सीटों पर विजयी हुआ था। इसमें कांग्रेस को 17 और राकांपा को 8 सीटें मिली थी।

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