पहली बार 24 घंटे में इस्तीफ़ा और शपथ दोनों एक साथ, नीतीश कल साबित करेंगे बहुमत
पहली बार 24 घंटे में इस्तीफ़ा और शपथ दोनों एक साथ, नीतीश कल साबित करेंगे बहुमत
डिजिटल डेस्क,पटना। नीतीश ने छठी बार बिहार की कमान संभालते हुए मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। महागठबंधन की सरकार से इस्तीफ़े के बाद नीतीश कुमार ने बीजेपी का हाथ थाम लिया है। एक बार फिर उनकी घर वापसी हो गई है। सुशील मोदी एक बार फिर बिहार के उप-मुख्यमंत्री बन गए हैं। इसी के साथ बिहार में नए गठबंधन की शुरुआत हो गई है। अन्य मंत्रियों को बाद में शपथ दिलाई जाएगी। राज्यपाल ने बहुमत परीक्षण 28 जुलाई को कराने का निर्णय लिया है। यह अब तक का अपनी तरह का राजनीतिक घटनाक्रम है, जिसमें रात को इस्तीफा होने के बाद सुबह तक सीएम ने शपथ भी ले लिया है।
अब ‘लालू एंड पार्टी’ और कांग्रेस भी बौखलाहट में एक के बाद एक बयान दे रहे हैं। ऐसे में नीतीश कुमार के सामने अपने नए राजनीतिक समीकरण को साबित करने के लिए अपना बहुमत सिद्ध करने की चुनौती है। इसके लिए जेडीयू ने शुक्रवार का दिन मुर्करर किया है। यानी कल बिहार की नई सरकार की असली परीक्षा है। गौरतलब है कि बहुत ही चतुराई से बीजेपी और जेडीयू ने मिलकर 24 घंटे के अंदर सधी हुई राजनीति के तहत कल बुधवार को देर शाम राज्य के राज्यपाल को अपना बहुमत स्पष्ट करने के लिए 132 विधायकों की सूची सौंपी थी।
इससे पहले देर रात नीतीश ने बीजेपी विधायकों के साथ राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था। दूसरी तरफ तेजस्वी यादव ने अपने 100 विधायकों के साथ रात में राजभवन तक मार्च भी किया था। उनका ये हथकंडा भी काम नहीं आया है। हालांकि एक अलग तरह का घमासान अब भी जारी है। और वह नीतीश के इस कदम को कोर्ट में भी चैलेन्ज करने जा रहे हैं, क्योंकि सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद उन्हें सरकार बनाने का मौक़ा नहीं दिया गया है।
जेडीयू नेता नीतीश कुमार अपने नए सहयोगी सुशील कुमार मोदी के साथ शपथ सुबह 10 बजे ही ले चुके हैं। नीतीश के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देते ही बिहार की राजनीति में सियासी भूचाल आ गया है। 20 महीने पुरानी महागठबंधन सरकार का साथ देने के बाद नीतीश अब बीजेपी के समर्थन से सरकार चलाने की ओर एक कदम बढ़ा चुके हैं।
हमें चार माह से मालूम था: राहुल गांधी
नीतीश पर पलटवार करते हुए राहुल गांधी ने मीडिया से कहा है कि देश की राजनीति में यही परेशानी है कि कोई नियम नहीं है, कोई विश्वसनीयता नहीं है। नीतीश कुमार को धोखेबाज बताते हुए उन्होंने कहा कि राजनीति में यह पहले से ही पता चल जाता है कि आदमी के दिमाग में क्या चल रहा है। मुझे तीन-चार महीने से पता था कि इस तरह की प्लानिंग चल रही है। यह होने वाला है इसकी हमें जानकारी थी।
पुरानी टीम ने ही बुलंदियों तक पहुंचाया : डिप्टी सीएम
बिहार के नए डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने शपथ ग्रहण के बाद कहा है कि पुरानी टीम ही बिहार को फिर चलाएगी और सुशासन होगा। बिहार के लिए आखिरकार पुरानी टीम ही काम आएगी। इसी टीम ने बिहार को बुलंदियों तक पहुंचाया था। हमने राज्यपाल को 132 विधायकों की सहमति और समर्थन का पत्र सौंप दिया है और हम जल्द बहुमत साबित करेंगे। इसके लिए 48 घंटों का इंतजार नहीं करेंगे।