लंदन में खालिस्‍तान समर्थक रैली, नाराज भारत ने कहा- इससे अलगाववाद बढ़ेगा

लंदन में खालिस्‍तान समर्थक रैली, नाराज भारत ने कहा- इससे अलगाववाद बढ़ेगा

Bhaskar Hindi
Update: 2018-08-10 13:30 GMT
लंदन में खालिस्‍तान समर्थक रैली, नाराज भारत ने कहा- इससे अलगाववाद बढ़ेगा
हाईलाइट
  • इस रैली का भारत ने कड़ा विरोध जताया है।
  • भारत सरकार ने ब्रिटेन से कहा है कि अब वही ये फैसला करे कि इस रैली की अनुमति देना है या नहीं।
  • लंदन में 12 अगस्त को 'रेफरेंडम 2020' यानी खालिस्‍तान समर्थक रैली आयोजित होने वाली है।

डिजिटल डेस्क, नईदिल्ली। ब्रिटेन की राजधानी लंदन में 12 अगस्त को अमेरिकी अलगाववादी सिख संगठनों की ओर से "रेफरेंडम 2020"  यानी खालिस्‍तान समर्थक रैली आयोजित होने वाली है। जिसका भारत ने कड़ा विरोध जताया है। भारत सरकार ने ब्रिटेन से साफ शब्दों में कह दिया है कि यह फैसला उसी को करना है कि वह हिंसा और अलगाववाद को बढ़ावा देने वाली इस रैली की अनुमति देना है या नहीं।

ब्रिटिश हाईकमीशन पर भी लोगों ने बड़ी संख्या में एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन किया। ऑल इंडिया एंटी टेररिस्ट फ्रंट (AIATF) ने सिख समुदाय और समाज के अन्य तबकों के साथ ब्रिटेन के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों ने जमकर "भारत माता की जय" के नारे भी लगाए। AIATF के अध्यक्ष एमएस बिट्टा ने कहा कि "रेफरेंडम 2020" एक ड्रामा है। एमएस बिट्टा ने दावा किया है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI खालिस्तान का समर्थन कर रही है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने भी साफ कह दिया है कि वे इसका पुरजोर विरोध करते हैं। रवीश ने कहा है कि हमने ब्रिटेन को यह बताया है कि लंदन में जो रेफरेंडम 2020 होने वाला है, वह कुछ और नहीं बल्कि एक अलगाववादी गतिविधि ही है। यह भारत की क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन करता है। बता दें कि विदेश मंत्री ने यह बयान उस समय दिया है, जब ब्रिटेन ने भारत के उस अनुरोध को खारिज कर दिया है, जिसमें रैली को अनुमति नहीं देने का आग्रह किया गया था।

ब्रिटेन हाई कमीशन ने भारत के आग्रह को खारिज करते हुए कहा है कि ब्रिटेन में रहने वाले लोगों को कानून के तहत विरोध और प्रदर्शन का अधिकार है। अगर विरोध प्रदर्शन के चलते कानून की अवहेलना की गई तो पुलिस इससे निपटेगी।

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