राजनाथ सिंह का चीन को कड़ा संदेश- युद्ध नहीं चाहते लेकिन कोई महाशक्ति आत्म-सम्मान को ठेस पहुंचाती है तो मुहंतोड़ जवाब देंगे

राजनाथ सिंह का चीन को कड़ा संदेश- युद्ध नहीं चाहते लेकिन कोई महाशक्ति आत्म-सम्मान को ठेस पहुंचाती है तो मुहंतोड़ जवाब देंगे

Bhaskar Hindi
Update: 2021-01-14 13:37 GMT
राजनाथ सिंह का चीन को कड़ा संदेश- युद्ध नहीं चाहते लेकिन कोई महाशक्ति आत्म-सम्मान को ठेस पहुंचाती है तो मुहंतोड़ जवाब देंगे

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LOC) पर चीन के साथ चल रहे गतिरोध के बीच राजनाथ सिंह ने चीन को कड़ा संदेश दिया है। राजनाथ सिंह ने कहा, भारत युद्ध नहीं चाहता, लेकिन अगर कोई महाशक्ति हमारे आत्म-सम्मान को ठेस पहुंचाना चाहती है तो हमारे सैनिक मुहंतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं। वेटरेंस डे’ के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में राजनाथ सिंह ने ये बात कही है।

रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत अन्य देशों के साथ शांतिपूर्ण और मैत्रीपूर्ण संबंध चाहता है क्योंकि यह हमारे रक्त और संस्कृति में है। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ गतिरोध के दौरान बलों की बहादुरी की प्रशंसा करते हुए, रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय सैनिकों ने अनुकरणीय बहादुरी और धैर्य का प्रदर्शन किया और अगर इसे नैरेट किया जाए तो हर भारतीय गर्व महसूस करेगा। राजनाथ सिंह ने कहा, "दुनिया का अकेला देश है भारत जो पूरे विश्व को अपना परिवार मानता है। वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश भी यहीं से पूरी दुनिया में गया है।

और क्या कहा राजनाथ सिंह ने?
-Veterans Day के दिन ही देश भर में मकर संक्राति का पर्व भी मनाया जाता है जो पूरे देश में कहीं पोंगल, कहीं बिहू के रूप में मनाया जाता है। मकर संक्रांति को बड़ा अहम माना जाता है क्योंकि इस दिन से सूर्य उत्तरायण हो जाता है। इस दिन को हम परिवर्तन से भी जोड़ कर देखते हैं।

-यह दिन जहां एक ओर हम, हमारा भरण पोषण करने वाले अन्नदाताओं के सम्मान में मनाते हैं वहीं दूसरी ओर, हम यह दिन देश की सुरक्षा करने वाले वीरों और Veterans के सम्मान में मनाते हैं। आज का यह दिन ‘जय जवान-जय किसान’ की भावना को एक साथ प्रदर्शित करता है।

-दुनिया का अकेला देश है भारत जो पूरे विश्व को अपना परिवार मानता है। वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश भी यहीं से पूरी दुनिया में गया है।

-हमारे सेना के जवानों ने जिस शौर्य और पराक्रम का परिचय वह अभूतपूर्व है। हम भारत के सम्मान पर किसी भी तरह आँच नहीं आने देंगे।

-अंग्रेजी में एक कहावत है कि "Once a soldier, Always a Soldier"।  यह ‘वेटरेंस डे’ हमें याद दिलाता है उन Sacrifices की जो आपने और आपके परिवार ने आपके द्वारा की गई देश की सेवा के दौरान दी है।

-मेरा हमेशा प्रयास रहता है कि आप लोगों के लिए मैं हमेशा कुछ न कुछ करूं। हालांकि आप लोगों के द्वारा किए  गए सेवाओं की कोई कीमत नहीं लगाई जा सकती है, पर सरकार का हमेशा प्रयास रहता है कि वह आप के और आपके परिवार के सम्मान और देखभाल में जितना हो सके, वह करे।

-हमारी कोशिश रहती है, कि हम आपकी जिम्मेदारियों का बोझ कुछ कम कर सकें। कुछ grants जैसे Penury Grant, Children Education and Marriage Grants, Medical Grant आदि उसी दिशा में लिए गए कुछ कदम हैं।

-कोविड महामारी की मार किसी से छिपी नहीं है। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव यदि किसी पर रहा है, तो वह हमारे बुजुर्ग भाइयों और बहनों पर रहा है। इसे देखते हुए हमने, Local Formation Commanders को ECHS पैनल में निजी अस्पतालों को भी शामिल करने के लिए अधिकृत किया।

-इसी तरह Pre-2006 retired Honorary Naib Subedar (HNS) के पेंशन का मामला भी बड़े लंबे समय से चला आ रहा था, जिसे हमने प्राथमिकता में रखकर पूरा किया। इसी तरह पेंशन के लिए life certificate और लाभार्थी के पहचान की प्रक्रिया में भी online सुविधा शुरू कर दी गयी है।

-प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी, भारतीय सेना, सैनिकों ने  दशकों से लम्बित पड़ी वन रैंक वन पेंशन योजना को अपने पहले कार्यकाल के दौरान लागू किया।पिछले साल लालक़िले से CDS के गठन की घोषणा की गई। इस निर्णय से Forces के बीच Jointmanship बढ़ी है।

-अब सरकार ने देश में डिफ़ेन्स सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए 83 तेजस विमान की manufacturing का ऑर्डर HAL को दिया गया है। इस निर्णय से देश में क़रीब 50000 नए रोज़गार के अवसर पैदा होंगे।

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