उत्तर प्रदेश में नरभक्षक बने कुत्ते, 1 मई से अबतक 12 बच्चों की मौत

उत्तर प्रदेश में नरभक्षक बने कुत्ते, 1 मई से अबतक 12 बच्चों की मौत

Bhaskar Hindi
Update: 2018-05-07 10:40 GMT

 

डिजिटल डेस्क,सीतापुर। उत्तर प्रदेश में दिल दहला देने वाली घटना हो रही है। यहां आवारा कुत्तें नरभक्षी बने गए हैं। आवारा कुत्तों के काटने से काल गांव, खैराबाद, कोतवाली, तालगांव, सीतापुर और अन्य इलाकों में 1 मई से 7 मई तक अलग-अलग घटनाओं में 12 बच्चों की मौत हो चुकी है। कुत्तों के काटने से गंभीर रूप से घायल करीब 6 बच्चों का इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कि इलाज के लिए जिले में सुविधा न होने के कारण बच्चों की मौत हो रही है। कुत्तों के काटने से लगातार हो रही इन मौत से इन इलाकों के ग्रामीण दहशत में हैं। सीतापुर एडीएम विनय कुमार पाठक इन 12 बच्चों की मौत की पुष्टि की है। 

 

 

4 महीनों में 14 बच्चों की मौत

सीतापुर में ये कोई पहली घटना नहीं है। बीते 4 महीनों में कुत्तों के काटने से जिले में 14 बच्चों की मौत हो चुकी है। ग्रामीणों की लगातार गुहार और अखबारों में खबरें छपने के बावजूद प्रशासन या अधिकारियों की तरफ से अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। 

 

 

जिम्मेदार कौन?

इतने बच्चों की मौत के बाद अब सवाल यह उठता है कि इन बच्चों की मौत का आखिर जिम्मेदार कौन है? क्या जिला प्रशासन और सरकार के द्वारा इस मामले की जांच कराकर क्या उन लापरवाह अफसरों पर कार्यवाही नहीं की जानी चाहिए।

 

कुत्तों के हमला करने की ये है वजह

उत्तर प्रदेश की सरकार ने पिछले साल प्रदेश के तमाम बूचड़खानों को बंद करा दिया था, जहां से आवारा कुत्तों को जानवरों के बचे-खुचे हिस्सों के रूप में खाने को कुछ मिल जाया करता था। लेकिन अब प्रदेश के अधिकांश बूचड़खानों पर ताले लटकने की वजह से आवारा कुत्तों को खाने के लाले पड़ गए हैं, जिसकी वजह से वे अब इंसानों के बच्चों पर हमला कर रहे हैं।
 

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