अयोध्या विवाद: सिब्बल की दलील पर सुन्नी वक्फ बोर्ड ने बदला अपना रुख

अयोध्या विवाद: सिब्बल की दलील पर सुन्नी वक्फ बोर्ड ने बदला अपना रुख

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-06 11:31 GMT
अयोध्या विवाद: सिब्बल की दलील पर सुन्नी वक्फ बोर्ड ने बदला अपना रुख

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस लीडर कपिल सिब्बल की दलीलों पर सुन्नी वक्फ बोर्ड ने अपना सुर बदल लिए और सिब्बल के समर्थन में उतर आए। आपको बता दें इससे पहले सुन्नी वक्फ बोर्ड ने भी उनकी दलीलों से किनारा कर लिया था और असहमत होने की बात कही थी। बुधवार की शाम को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के जफरयाब जिलानी ने कहा कि कपिल सिब्बल ने वक्फ बोर्ड के कहने पर ही मामले को टालने की बात कोर्ट में कही थी। 

गौरतलब है जहां एक ओर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की तरफ से ये बयान आया वहीं बाबरी मस्जिद के पक्षकार और सुन्नी वक्फ बोर्ड के सदस्य हाजी महबूब ने कहा था कि भले ही कपिल सिब्बल हमारे वकील हैं, लेकिन उनकी दी हुई दलील से वे सहमत नहीं हैं और इस मुद्दे पर 25 साल हो गए हैं ऐसे में इस पक्ष में बिल्कुल सहमत नहीं है कि इस मसले पर और देर लगे। उन्होंने कहा कि कपिल सिब्बल एक राजनीतिक दल से जुड़े हुए हैं। ऐसे में हमें ये नहीं पता था कि वे इस मुद्दे में और देर करने की बात कहेंगे।

मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के इस बयान के बाद हाजी महबूब ने कहा कि अगर जिलानी साहब यह कहते हैं कि कपिल सिब्बल ने मंगलवार को कोर्ट में जो कहा वह सही है तो मैं भी इससे सहमत हूं और इस मामले में कुछ और नहीं बोलूंगा। 

पीएम मोदी ने उठाया मुद्दा
गौरतलब है कि गुजरात चुनाव पास में है। ऐसे में कांग्रेस भी नहीं चाहती कि उन्हें कपिल सिब्बल के दलील से नुकसान हो। उधर पीएम मोदी ने अपनी रैली में भी इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया। बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद के धांधुका रैली में कांग्रेस लीडर कपिल सिब्बल पर तीखा हमला करते हुए कहा है कि 2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस लड़ेगी या फिर सुन्नी वक्फ बोर्ड लड़ेगा। उन्होंने कहा कि कपिल सिब्बल नहीं चाहते राम मंदिर बने।

पीएम मोदी ने कहा कि मुझे इस पर कोई आपत्ति नहीं है कि कपिल सिब्बल मुस्लिम समुदाय की तरफ से लड़ रहे हैं, लेकिन वो ये कैसे कह सकते हैं कि अगले चुनाव तक अयोध्या मामले का हल नहीं होना चाहिए? इसका संबंध 2019 के लोकसभा चुनाव से कैसे है? पीएम ने ये भी कहा कि "मैं ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर चुप नहीं बैठूंगा।

कांग्रेस पार्टी ने किया किनारा
सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस लीडर कपिल सिब्बल की तरफ से दी गई दलीलों से कांग्रेस पार्टी ने किनारा कर लिया। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी सुप्रीम कोर्ट में कपिल सिब्बल की दी गई दलीलों से खुदको अलग करती है। केस लड़ना उनका पर्सनल मैटर है। सुरजेवाला ने ये भी कहा कि इस मामले पर विवाद खड़ा करने से पहले बीजेपी को अपना इतिहास देखना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा कि अयोध्या मामले पर फैसला सुप्रीम कोर्ट ही करेगा। 

अमित शाह ने बोला हमला
इसके बाद बीजेपी के नेशनल प्रेसिडेंट अमित शाह ने कांग्रेस पर "दोहरा रवैया" अपनाने का आ कहा था कि "एक तरफ पार्टी के वाइस प्रेसिडेंट राहुल गांधी गुजरात में मंदिरों का चुनावी दौरा कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ उनकी पार्टी अयोध्या विवाद की सुनवाई को टालना चाह रही है।"

क्या दलील दी थी कपिल सिब्बल ने? 
सुनवाई में सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील कपिल सिब्बल ने राम मंदिर को बीजेपी का चुनावी मुद्दा बताया था। उन्होंने कहा कि अयोध्‍या में राम मंदिर बनाने की बात बीजेपी ने चुनावी घोषणापत्र में रखी थी। सिब्‍बल ने कहा कि मामले के फैसले का असर पूरे देश की सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर पड़ सकता है। इसलिए वे कोर्ट से गुजारिश करते हैं कि देश में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए 15 जुलाई 2019 के बाद इस मामले पर सुनवाई शुरू करें। वकील कपिल सिब्बल, राजीव धवन ने सुनवाई 7 जजों की बेंच से कराने की मांग की।

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