एमसीडी मेयर चुनाव के लिए आप ने घोषित किया अपना मेयर उम्मीदवार, क्या पिछली बार की तरह सदन में चलेंगे लात घूंसे?

दिल्ली मेयर चुनाव एमसीडी मेयर चुनाव के लिए आप ने घोषित किया अपना मेयर उम्मीदवार, क्या पिछली बार की तरह सदन में चलेंगे लात घूंसे?

Bhaskar Hindi
Update: 2023-04-17 06:13 GMT
एमसीडी मेयर चुनाव के लिए आप ने घोषित किया अपना मेयर उम्मीदवार, क्या पिछली बार की तरह सदन में चलेंगे लात घूंसे?

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पिछले कई दिनों से राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी में जंग छिड़ी हुई है। बीते दिन यानी 16 अप्रैल को शराब घोटाले मामले में आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया था। करीब 9 घंटे के पूछताछ के बाद केजरीवाल दिल्ली स्थित सीबीआई मुख्यालय से बाहर निकले। इस दौरान सुबह से ही आप कार्यकर्ता और पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता सांसद और विधायक सीबीआई के मुख्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया था। ये पॉलिटिकल ड्रामा करीब देर रात तक चलता रहा। 

इसी क्रम में आज सुबह-सुबह आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने दिल्ली मेयर चुनाव को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिनमें उन्होंने बताया कि, इसी महीने 26 अप्रैल को होने वाले दिल्ली मेयर चुनाव को लेकर एक बार फिर शैली ओबेरॉय का नाम पर मुहर लगी है। जबकि डिप्टी मेयर पद के लिए आले मोहम्मद इकबाल चुनाव में आप के कैंडिडेट होंगे। संजय सिंह के इस घोषणा के बाद एक बार फिर ये चर्चाएं होनी शुरू हो गई हैं कि, क्या इस बार भी मेयर चुनाव में लात घूंसे चलेंगे या शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली को अपना मेयर मिल जाएगा।

एक बार फिर बनेंगी मेयर शैली ओबेरॉय?

आप सांसद संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "एक बार फिर 26 अप्रैल को मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होना है। सीएम और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने फैसला किया है कि, डॉक्टर शैली ओबेरॉय एक बार फिर चुनाव में हमारी उम्मीदवार होंगी। जबकि डिप्टी मेयर पद के लिए आले मोहम्मद इकबाल हमारे उम्मीदवार होंगे।"

आप कैंडिडेट ने जताई शांति की उम्मीद

आप द्वारा फिर से मेयर कैंडिडेट बनाए जाने पर डॉक्टर शैली ओबेरॉय ने पिछले हंगामे का जिक्र करते हुए कहा," हमने देखा कि किस तरह सदन को असंवैधानिक तरीके से चलाने की कोशिश हुई थी। भाजपा द्वारा चुने हुए पार्षदों से मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव के लिए मतदान कराया जा रहा था, जो डीमसी एक्ट और संविधान के खिलाफ था। हम इसे कोर्ट में लेकर गए जहां उन्होंने हमें न्याय दिया। इस बार आशा करती हूं कि चुनाव शांतिपूर्ण होगा।"

दिल्ली एमसीडी के क्या रहे नतीजे?

आपको बता दें कि, बीते साल 4 दिसंबर को दिल्ली एमसीडी के चुनाव हुए थे। जिनके नतीजे 7 दिसंबर को घोषित हुए थे। जिनमें भाजपा के डेढ़ दशक के शासन को ध्वस्त करते हुए 250 वार्डों वाली दिल्ली एमसीडी में आप ने 134 सीटों पर जीत हासिल की थी। जबकि भाजपा 104 सीटों पर ही सिमट गई थी। यहां तक तो सब ठीक था। लेकिन जब बारी दिल्ली एमसीडी सदन में मेयर चुनने को लेकर आई तो बीजेपी और आप दोनों आमने-सामने आ खड़ी हुई थी। जिसमें जमकर मारपीट देखने को मिला था।  

शैली का कार्यकाल महज 38 दिनों के लिए रहा

आम आदमी पार्टी ने बीजेपी और दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना पर आरोप लगाया था कि, वो संविधान को बदलना चाहते हैं। दरअसल, दोनों पार्टियों में गतिरोध होने का मुख्य कारण मनोनीत पार्षदों का मेयर चुनाव में भाग लेना। बीजेपी कानून और नियम का हवाला देकर मनोनीत पार्षदों को चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने के लिए कह रही थी। जबकि आप ने इसे गैर संवैधानिक करार दिया था। हालांकि, तीन बार से चली आ रही गतिरोध के बाद मेयर पद का चुनाव सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप की वजह से 17 फरवरी को हो गई थी। इस चुनाव में आप प्रत्याशी शैली ओबरॉय को दिल्ली का नया मेयर चुना गया था। लेकिन उनका कार्यकाल महज 38 दिनों के लिए रहा था। जिसको देखते हुए एक बार फिर चुनाव कराने की तैयारी हो रही है। 

26 अप्रैल को क्या होगा?

दरअसल, दिल्ली की वित्तीय वर्ष समाप्त हो रही है। जिसके बाद राजधानी को पांच साल के दौरान हर साल दिल्ली को अपना एक नया मेयर मिलता है। डीमसी एक्ट के मुताबिक, पहला वर्ष महिलाओं के लिए आरक्षित है। दूसरा साल मुक्त श्रेणी, तीसरा साल आरक्षित वर्ग जबकि बचे दो साल मुक्त श्रेणी के लिए है। इसी को देखते हुए आप ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है क्योंकि 18 अप्रैल को नामांकन का आखिरी तारीख है। जिसका चुनाव 26 अप्रैल को होने वाला है। हालांकि, सबके मन में सवाल है कि, क्या एक ही बैठक के चुनाव में दिल्ली को अपना मेयर मिल जाएगा या पिछली बार की तरह इस बार भी दिल्ली एमसीडी में आप और बीजेपी के पार्षदों के बीच लात घूंसे चलते हुए दिखाई देंगे। इसका पता आने वाले 26 अप्रैल को लग जाएगा।

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