Rahul Gandhi hits back: 'डियर इलेक्शन कमीशन..टाल-मटोल नहीं, सच बताइए', चुनाव आयोग के जवाब पर राहुल गांधी का पलटवार

डियर इलेक्शन कमीशन..टाल-मटोल नहीं, सच बताइए, चुनाव आयोग के जवाब पर राहुल गांधी का पलटवार
  • राहुल गांधी ने महाराष्ट्र चुनाव में धांधली का आरोप लगाया
  • चुनाव आयोग दावा को बताया खोखला
  • कांग्रेस नेता ने दिया जवाब

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को चुनाव आयोग के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें चुनावों में मैच फिक्सिंग के उनके आरोपों को बेतुका बताया था। राहुल ने कहा कि आयोग को टाल-मटोल करने की जगह उनके सवालों का जवाब देना चाहिए।

कांग्रेस नेता ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, "डियर इलेक्शन कमीशन, आप ​​एक संवैधानिक संस्था हैं। बिचौलियों को बिना हस्ताक्षर के, टाल-मटोल करने वाले नोट जारी करना गंभीर सवालों का जवाब देने का तरीका नहीं है। अगर आपके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है तो मेरे लेख में दिए गए सवालों के जवाब दें और इसे साबित करें। महाराष्ट्र सहित सभी राज्यों के लोकसभा और विधानसभा के हालिया चुनावों के लिए समेकित, डिजिटल, मशीन-पठनीय मतदाता सूची प्रकाशित करें, महाराष्ट्र मतदान केंद्रों से शाम 5 बजे के बाद के सभी सीसीटीवी फुटेज जारी करें। चोरी से आपकी विश्वसनीयता सुरक्षित नहीं रहेगी। सच बोलने से आपकी विश्वसनीयता सुरक्षित रहेगी।"

क्या था राहुल का आरोप?

राहुल ने पिछले साल नवंबर में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी पर आरोप लगाया। जिसमें उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव लोकतंत्र में धांधली का ब्लूप्रिंट था। ये धांधली आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में भी दोहराई जाएगी। कांग्रेस नेता ने इंडियन एक्सप्रेस न्यूज पेपर में एक लेख में लिखा, 'भाजपा और उसके सहयोगियों ने चुनाव जीतने के लिए 5 स्टेप की प्लानिंग की थी।' उन्होंने ये भी कहा कि महाराष्ट्र की तरह ही मैच फिक्सिंग अगली बार बिहार में होगी, फिर किसी भी राज्य में जहां भाजपा हारती दिख रही हो।'

चुनाव आयोग दावों को निराधार बताया

राहुल के दावों पर चुनाव आयोग ने निराधार बताते हुए कहा, 'चुनाव के फैसले पक्ष में नहीं आने के बाद ऐसे आरोप लगाना बेतुके हैं। 24 दिसंबर 2024 को ही कांग्रेस को भेजे अपने जवाब में ये सभी तथ्य सामने रखे थे, जो चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। ऐसा लगता है कि बार-बार ऐसे मुद्दे उठाते हुए इन सभी तथ्यों को पूरी तरह से नजरअंदाज किया जा रहा है।'

Created On :   7 Jun 2025 10:16 PM IST

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